कासगंज में फर्जी रेलवे टिकट घोटाला, RPF ने 2 को रंगे हाथों पकड़ा; वाणिज्य अधीक्षक भी शामिल
कासगंज में रेलवे टिकट घर पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. RPF ने वाणिज्य अधीक्षक और संविदा कर्मी को फर्जी टिकट जारी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. ये आरोपी 'ब्लैंक टिकट' का इस्तेमाल कर यात्रियों से अधिक पैसे वसूल कर रेलवे राजस्व को चूना लगा रहे थे.
कासगंज के रेलवे विभाग में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला उजागर हुआ है. जहां रेलवे कर्मचारी ही ‘ब्लैंक टिकट’ से राजस्व को चूना लगा रहे थे. RPF और सीआईबी की संयुक्त टीम ने टिकट घर पर छापेमारी कर दो लोगों को रंगे हाथ पकड़ा है. दोनों आरोपी रेलवे के कर्मचारी हैं.
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी यात्रियों से अवैध वसूली करते थे. फर्जी टिकट जारी कर रेलवे के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे थे. आरोपियों की पहचान राजेंद्र सिंह तोमर, वाणिज्य अधीक्षक (रेलवे कर्मचारी) और गौरव कुमार, UTS संविदा कर्मचारी के रूप में हुई है.
टिकट सिस्टम से जालसाजी, फर्जी टिकट बरामद
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीम ने दोनों आरोपियों को 24 अक्टूबर को गंजडुंडवारा रेलवे स्टेशन पर रंगे हाथों दबोचा है. दोनों टिकट काउंटर से बेईमानीपूर्वक फर्जी अनारक्षित टिकट जारी करते हुए पकड़े गए हैं. ये टिकट सिस्टम से जालसाजी करते थे, रेलवे को लाखों रुपये का चूना लग रहा था.
कार्रवाई के दौरान टीम ने आरोपियों के कब्जे से 15 फर्जी अनारक्षित टिकटें बरामद की हैं, जिनकी कुल कीमत ₹2,290 बताई गई है. यह कार्रवाई मंडल सुरक्षा आयुक्त पवन कुमार श्रीवास्तव और सहायक सुरक्षा आयुक्त मोहम्मद शारिक खान के निर्देशन में दोपहर 12:30 बजे की गई थी.
चालाकी भरा तरीका अपनाकर लगा रहे थे चूना
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी एक बेहद चालाकी भरा तरीका अपनाकर रेलवे को चूना लगा रहे थे. वे सिस्टम में मात्र 10 रुपये या कम दूरी के टिकट की कमांड डालकर प्रिंटर बंद कर देते थे, जिससे ‘ब्लैंक टिकट’ निकल आता था. इसके बाद उसी टिकट पर जालसाजी से फर्जीवाड़े किया जाता था.
आरोपी द्वारा उसी ‘ब्लैंक टिकट’ पर लंबी दूरी और अधिक किराए वाला फर्जी टिकट कार्बन की मदद से छाप दिया जाता था. इसके बाद यात्रियों को यह टिकट असली बताकर बेचा जाता और अतिरिक्त वसूली गई राशि दोनों कर्मचारी आपस में बांट लेते थे. आरपीएफ द्वारा दोनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
आरोपियों पर मुकदमा दर्ज, रैकेट की जांच शुरू
गिरफ्तार दोनों आरोपियों के खिलाफ मुअसं 02/25 के तहत धारा 3, 4 रेलवे संपत्ति (अवैध कब्जा) अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है. जांच निरीक्षक नरेश कुमार मीना (रेसुबल/कासगंज) द्वारा की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि जांच में अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता भी सामने आ सकती है. रैकेट की जांच जारी है.