लखनऊ में फर्जी डिग्री का काला कारोबार, बीटेक-MCA की कीमत 25 हजार से 4 लाख रुपए; सरगना PHD होल्डर समेत 3 गिरफ्तार
लखनऊ पुलिस ने एक बड़े फर्जी डिग्री गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह 25 से अधिक विश्वविद्यालयों की नकली डिग्रियां बेचता था. बीटेक-MCA जैसी डिग्री के 25 हजार से 4 लाख रुपये तक वसूले जाते थे. पुलिस गिरोह के सरगना PHD होल्डर समेत 3 आरोपियों को दबोचा है.
लखनऊ में फर्जी डिग्री का काला कारोबार उजागर हुआ है. पुलिस ने रविवार को गिरोह के सरगना समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह 25 से अधिक विश्वविद्यालयों की नकली डिग्रियां 25 हजार से 4 लाख रुपये में बेचता था. इस अंतरराज्यीय गिरोह को Phd होल्डर चलाता था. डीसीपी पूर्वी ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी है.
डीसीपी (पूर्वी) शशांक सिंह ने फर्जी मार्कशीट-डिग्री बनाने वाले गिरोह को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि आरोपी छात्रों को लुभाकर बीटेक, BCA, MCA जैसी फर्जी डिग्री बनाते थे. फर्जी डिग्री कोर्स के अनुसार 25 हजार से 4 लाख तक वसूले जाते थे. उन्होंने बताया कि गिरोह की ओर से फर्जी डिग्री गोमतीनगर में प्रिंटिंग शॉप में छपती थी.
कलिंगा, साबरमती जैसे विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्री
डीसीपी (पूर्वी) शशांक सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस ने मुखबिर सूचना पर एक टीम गठित कर इस गिरोह का पर्दाफाश किया है. फर्जी मार्कशीट-डिग्री बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गोमतीनगर इलाके से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों की पहचान गिरोह का सरगना सतेंद्र (PHD होल्डर), अखिलेश और सौरभ के रूप में की गई है.
उन्होंने बताया कि आरोपी छात्रों को लुभाकर बीटेक, BCA, MCA जैसी फर्जी डिग्री बनाते थे. यह गिरोह देश भर की 25 विश्वविद्यालयों जैसे स्वामी विवेकानंद सुभारती, कलिंगा, साबरमती आदि की नकली डिग्री बनाते थे. इसे प्राइवेट नौकरियों के लिए खरीदी जाती थी. फर्जी डिग्री कोर्स के अनुसार यह गिरोह उनसे 25 हजार से 4 लाख तक वसूलते थे.
छापोमारी के दौरान 923 फर्जी मार्कशीट बरामद
पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर छापेमारी के दौरान 923 फर्जी मार्कशीट, 15 फर्जी मुहरें, नीला इंक पैड, 2 लाख नकद, एक टाटा हैरियर कार, 6 लैपटॉप, 2 हार्डडिस्क, 1 प्रिंटर, 1 CPU बरामद किए गए हैं. इसके अलावा आरोपियों के पास से 15 मोबाइल फोन, 2 रजिस्टर, 5 चेकबुक/पासबुक समेत कई अन्य उपकरण जब्त किए गए.
वहीं, डीसीपी (पूर्वी) शशांक सिंह ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग भोले-भाले छात्रों को बिना मेहनत डिग्री का लालच देकर ठगते थे. पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में धारा 319(2), 318(4), 338 और BNSS के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस पूरे गिरोह को खंगालने में जुटी है.
