सौतेली पत्नी से नजदीकी का शक और इंश्योरेंस के पैसे का लालच… पिता ने बेटे की करवा दी हत्या
मुरादाबाद में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. जहां एक पिता ने बेटे की हत्या 2.1 करोड़ रुपये के बीमा और सौतेली मां से नजदीकी के शक में करा दी. पुलिस खुलासे में सामने आया कि आरोपी पिता ने अपने बेटे की हत्या की सुपारी दी और अपने सामने वारदात को अंजाम दिलवाया.
मुरादाबाद की कुंदरकी थाना क्षेत्र में 16 नवंबर को एक युवक की हत्या की घटना सामने आई थी. अब पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. जांच में पता चला कि मर्डर का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि मृतक का पिता था. उसने करोड़ों के बीमा की लालच और सौतेली मां से नजदीकी के शक में वारदात को अंजाम दिलवाया.
जानकारी के मुताबिक, मृतक युवक की नाम अनिकेत था. वहीं, आरोपी पिता बाबूराम कुछ दिन पहले ही डकैती की घटना में जेल से बाहर आया है. उसे अपनी दूसरी पत्नी बबली (अनिकेत की सौतेली मां) और बेटे का बात करना पसंद नहीं था. उसने यह आपबीती अपने अधिवक्ता दोस्त को बताई, जिसके बाद दोनों ने मिलकर हत्या की खौफनाक साजिश रची.
‘मारना ही है तो क्यों न मौत से फायदा लिया जाए’
बाबूराम ने उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के नानकमत्ता क्षेत्र में डकैती को अंजाम दिया था, जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. बाबूराम लंबे समय तक जेल में बंद रहा, जबकि उसकी पत्नी और बेटा अनिकेत एक ही घर में रह रहे थे. जब बाबूराम जेल से रिहा होकर वापस आया तो अपनी पत्नी और बेटे को लेकर शक हुआ.
बाबूराम ने अपने अधिवक्ता दोस्त आदेश कुमार को यह बात बताई. आदेश कुमार ने सुझाव दिया कि हम अनिकेत का एक बीमा करवाते हैं, जिसका क्लेम मिलने के बाद दोनों रकम आधी-आधी कर लेंगे. बाबूराम तो बेटे को रास्ते से हटाने की साजिश रच ही रहा था, उसने सोचा कि अगर मारना ही है तो क्यों न उसकी मौत से फायदा लिया जाए.
25 लाख नहीं 2.1 करोड़ रुपये का हुआ था बीमा
अधिवक्ता आदेश कुमार ने बाबूराम को बताया कि उसने 25 लाख रुपये का इंश्योरेंस मृतक के नाम कराया है, जिसमें अनिकेत की मौत के बाद दोनों बांट लेंगे. इसी बीच उत्तराखंड के मुकदमे में बाबूराम फिर जेल चला गया, लेकिन अधिवक्ता लगातार बीमे की किस्त जमा करता रहा. जमानत मिलने के बाद, बाबूराम ने सुपारी देकर अपने बेटे की हत्या करा दी.
इस बीच कुंदरकी पुलिस भी जांच में जुटी थी. पुलिस को बीमा पॉलिसी के चलते ही बाबूराम पर शक हुआ, क्योंकि अनिकेत का 2 करोड़ 10 लाख रुपये का बीमा हुआ था. आखिर एक फार्म में मजदूरी करने वाले व्यक्ति का इतना बड़ा बीमा होने से पुलिस को संदेह हुआ. पुलिस ने सख्त पूछताछ की तो आरोपी बाबूराम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
सिर फोड़कर मृतक के ऊपर चढ़ा दी थी कार
कुंदरकी पुलिस ने जब शव का पोस्टमार्टम करवाया, तो मामला हादसे का न होकर हत्या का प्रतीत हुआ. मृतक के सिर पर तीन चोटों के निशान थे और सर फूटने की वजह से उसकी मौत हुई थी. हत्यारोपियों ने सिर फोड़कर मृतक के ऊपर कार चढ़ा दी थी, ताकि यह हत्या एक हादसा लगे और उन्हें इंश्योरेंस का क्लेम मिल सके. चारों आरोपी को जेल भेज दिया गया है.
