बिहार में नशे के लिए बढ़ी कफ सिरफ की मांग, UP-झारखंड के रास्ते हो रही सप्लाई

सोनभद्र पुलिस ने झारखंड तक पीछाकर प्रतिबंधित फ्रेंसाड्रिप कफ सिरप की बड़ी खेप बरामद की है. इस दौरान पुलिस ने मुंबई से बिहार जा रही 13,400 से अधिक बोतलें रांची के मांडर थाना क्षेत्र में दो ट्रकों से बरामद की हैं. यह बोतलें चावल की बोरियों के नीचे छिपाए गए थे. इनकी कीमत खुले बाजार में सवा करोड़ से अधिक है. हालांकि बिहार में इसे बेचकर तीन करोड़ से अधिक कमाई की जानी थी.

यूपी पुलिस ने बरामद किया कफ सिरफ Image Credit:

उत्तर प्रदेश की सोनभद्र जिले की पुलिस ने झारखंड में दबिश देकर बिहार में प्रतिबंधित कफ सिरफ की सप्लाई का खुलासा किया है. सोनभद्र के डॉल्टेनगंज से पीछा करते हुए पुलिस टीम ने झारखंड की राजधानी रांची के पास मांडर थाना क्षेत्र में दो ट्रकों को पकड़ा है. इन ट्रकों में चावल की बोरियों के नीचे छिपाकर ले जाई जा रही 13400 से अधिक शीशियां बरामद की है. कफ सिरफ की खेप मुंबई से चली थी और यूपी-झारखंड के रास्ते बिहार में सप्लाई होनी थी.

सोनभद्र पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच गाजियाबाद की टीम से इनपुट मिला था. इसमें बताया गया था कि प्रतिबंधित कफ सिरफ की खेप लेकर दो ट्रक सोनभद्र से गुजरने वाले हैं. ये ट्रक झारखंड की राजधानी रांची होते हुए बिहार सीमा में प्रवेश करेंगे. इस इनपुट पर हरकत में आई सोनभद्र पुलिस की एसओजी ने नाका लगाया और इन दोनों ट्रकों का पीछा करते हुए रांची के मांडर थाना क्षेत्र में पहुंच गई. संयोग से आगे सड़क पर जाम लगा था, ऐसे में एसओजी टीम ने तत्काल रांची पुलिस को अपडेट दिया और फिर संयुक्त ऑपरेशन में इन दोनों ट्रकों को घेर लिया गया.

प्रतिबंधित है फ्रेंसाड्रिप कफ सिरफ

पुलिस के मुताबिक दोनों ट्रकों में से प्रतिबंधित फ्रेंसाड्रिप कफ सिरप की खेप पकड़ी गई है. पुलिस टीम ने चावल की बोरियों के नीचे छिपाई गई 13400 से अधिक शीशियां बरामद की है. खुले बाजार में इस माल की कीमत सवा करोड़ से अधिक है. हालांकि बिहार पहुंचा कर तीन करोड़ से भी अधिक कीमत में इसे बेचने का प्लान था. इस मामले में पुलिस ने ट्रक चालक को अरेस्ट किया है. उसकी पहचान मुंबई के रहने वाले वसीम शेख के रूप में हुई है.

बार बार बदल रहे थे ड्राइवर

पुलिस के मुताबिक अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि यह खेप कहां से चली थी और बिहार में किस स्थान पर इसे उतरना था. दरअसल इसकी बड़ी वजह यह है कि हर पांच सौ किमी पर इन ट्रकों के ड्राइवर बदल जाते थे. पकड़े गए ड्राइवर वसीम शेख ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसे ट्रक को झारखंड के नेवड़ी बॉर्डर तक ले जाना था. वहां से दूसरा ड्राइवर इसे आगे ले जाता. इसी प्रकार यूपी की सीमा में उसे अन्य ड्राइवर ने ट्रक सौंपा था.

गाजियाबाद से भी कनेक्शन

पुलिस के मुताबिक इस खेप का इनपुट गाजियाबाद पुलिस से मिला था. दरअसल गाजियाबाद पुलिस पहले से कफ सिरफ तस्करी मामले की जांच कर रही है. तस्करों में से एक गाजियाबाद का ही है. उसी का पीछा करते हुए गाजियाबाद पुलिस को इस खेप का इनपुट मिला, लेकिन जब गाजियाबाद पुलिस ने इस खेप को ट्रैस किया, उस समय तक ये ट्रक सोनभद्र सीमा में आ चुके थे. वहीं जब तक सोनभद्र पुलिस एक्टिव होती, ये ट्रक झारखंड सीमा में पहुंच गए. ऐसे में सोनभद्र पुलिस को इनका रांची तक पीछा करना पड़ा.

रिपोर्ट: मोहित मिश्रा, सोनभद्र