मुन्ना बजरंगी और 5 करोड़ की सुपारी, MLA विनोद सिंह के लिए बाहुबली सोनू सिंह ने ऐसा क्या कहा, जिससे मचा हड़कंप

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में सपा नेता और बाहुबली सोनू सिंह ने भाजपा विधायक विनोद सिंह पर 5 करोड़ रुपये की सुपारी देकर अपने भाई मोनू सिंह की हत्या की साज़िश रचने का आरोप लगाया है. सोनू सिंह का दावा है कि विनोद सिंह ने कुख्यात सुपारी किलर मुन्ना बजरंगी को यह काम सौंपा था. इसके लिए अप्रैल 2013 को वह खुद मुन्ना बजरंगी से मिलने के लिए सुल्तानपुर जेल गए थे.

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में सपा नेता और बाहुबली सोनू-मोनू के साथ बीजेपी विधायक विनोद सिंह की अदावत खुल कर सामने आ गई है. अब यह अदावत केवल जुबानी नहीं, बल्कि खूनी हो गई है. बात एक दूसरे की जान लेने और देने तक की आ गई है. इसी क्रम में पूर्व विधायक सोनू सिंह ने विनोद सिंह पर अपने भाई मोनू सिंंह की हत्या की सुपारी देने का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है. कहा कि विनोद सिंह ने उनकी हत्या के लिए कुख्यात माफिया और मुख्तार अंसारी के सहयोगी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी को हॉयर किया था.

टीवी9 भारतवर्ष से बात करते हुए बाहुबली सोनू सिंह ने दावा किया था कि 11 अप्रैल 2013 को मुन्ना बजरंगी को हॉयर करने के लिए विनोद सिंह खुद चलकर सुल्तानपुर जेल पहुंचे थे. उनके छोटे भाई और पूर्व ब्लाक प्रमुख मोनू सिंह की हत्या के लिए 5 करोड़ की सुपारी भी दे दी. संयोग से उसी समय पुलिस की रेड हो गई और इन लोगों का समझौता कंपलीट नहीं हुआ. सोनू सिंह ने बताया कि यह पूरा प्रकरण पुलिस रिकार्ड में भी दर्ज है. इस संबंध में सोनू-मोनू ने एक बार फिर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है. इसमें इन्होंने मामले की नए सिरे से जांच कराने की मांग की है.

इस समय सुर्खियों में है विवाद

वैसे तो सोनू-मोनू और विधायक विनोद सिंह के बीच कोल्डवॉर लंबे समय से चल रहा है, लेकिन इस समय इनका विवाद सुर्खियों में है. दरअसल पिछले दिनों सोनू सिंह ने डीएम सुल्तानपुर के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था. आरोप लगाया था कि विधायक विनोद सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र में बने सरकारी आवासों पर कब्जा कर लिया है और खुद केंद्र के निदेशक के आवास में रह रहे हैं. इस चिट्ठी के सामने आने के बाद विधायक विनोद सिंह ने भी डीएम को चिट्ठी लिख दिया कि सोनू सिंह के पिता इंद्रभद्र सिंह की मूर्ति सड़क की जमीन घेरकर लगाई गई है और यह अतिक्रमण की श्रेणी में आता है.

MLC देवेंद्र प्रताप सिंह भी फोड़ा चिट्ठी बम

इन दो चिट्ठियों के बाद एक तीसरी चिट्ठी और डीएम सुल्तानपुर को मिली. यह चिट्ठी अयोध्या स्नातक विधानसभा क्षेत्र के एमएलसी और बीजेपी नेता देवेंद्र प्रताप सिंह की थी. इसमें उन्होंने अपनी ही पार्टी के विधायक विनोद सिंह की चिट्ठी का विरोध किया. कहा कि वह जानबूझकर सुल्तानपुर की राजनीति में जहर घोलने का काम कर रहे हैं. यहां तक कि उन्होंने धमकी तक दे डाली कि इंद्रभद्र सिंह की मूर्ति हटते ही सुल्तानपुर में बवाल हो जाएगा. हालांकि उनकी इस चिट्ठी के खिलाफ विधायक विनोद सिंह ने सीएम योगी तक का दरवाजा खटखटाया है.

कोर्ट में हथियार मिलने से गहराया विवाद

बाहुबली सोनू सिंह, विधायक विनोद सिंह और एमएलसी देवेंद्र सिंह की चिट्ठियों का मामला गरमा ही रहा था कि अयोध्या कोर्ट में एक वकील के चैंबर से कुछ हथियार और जिंदा कारतूस बरामद हो गए. संयोग से उसी दिन पूर्व विधायक सोनू सिंह के छोटे भाई और पूर्व ब्लाक प्रमुख मोनू सिंह को इस कोर्ट में गवाही के लिए हाजिर होना था. आरोप लगा कि यह हथियार मोनू सिंह की हत्या के लिए लाए गए थे. खबर मिलने के बाद मोनू सिंह ने उस दिन गवाही देने नहीं पहुंचे, लेकिन उन्होंने विधायक विनोद सिंह के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया. आरोप लगाया कि विधायक उनकी हत्या की साजिशें लगातार करते आ रहे हैं. इसी क्रम में सोनू सिंह ने भी वीडियो जारी किया है कि विधायक ने मुन्ना बजरंगी को सुपारी दी थी.

कौन था मुन्ना बजरंगी?

अपने वीडियो में सोनू सिंह कहा है कि मुन्ना बजरंगी कोई महात्मा तो था नहीं, जिससे विनोद सिंह मिलने गए थे. ऐसे में यह सवाल तो उठता ही है कि आखिर यह मुन्ना बजरंगी कौन था? दरअसल प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी उत्तर प्रदेश के जौनपुर का रहने वाला कुख्यात सुपारी किलर था. वह लंबे समय तक कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर रहा था. मुख्तार के ही कहने पर उसने गाजीपुर में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की थी. साल 2012 में वह तिहाड़ जेल में रहते हुए अपना दल और पीस पार्टी ऑफ इंडिया के गठबंधन के तहत चुनाव भी लड़ा था. फिर जुलाई 2018 में उत्तर प्रदेश के बागपत में रहते हुए एक गैंगवार में उसकी हत्या हो गई थी.