AMU पहुंचे सांसद रामजीलाल सुमन, छात्रों ने गेट पर ही रोका; सपा नेता ने बाहर ही सुननी पड़ी समस्या
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में छात्रों का 15 दिनों से प्रदर्शन जारी है. दो छात्र बाब-ए-सैयद गेट पर अनशन पर भी हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने छात्रों से मुलाकात की. हालांकि, उन्हें छात्रों ने धरना स्थल पर आने से मना कर दिया गया. उन्हें गेट पर ही छात्रोंं की समस्या सुननी पड़ी.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) परिसर में शनिवार को 15वें दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा. प्रदर्शन कर रहे छात्र बाब-ए-सैयद गेट पर जमावड़ा लगाए हुए हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन छात्रों से मिलने एएमयू केंपस पहुंचे. लेकिन छात्रों ने उन्हें केंपस में घुसने नहीं दिया जिसके बाद सांसद ने बाहर गेट पर ही छात्रों की बात सुनी.
छात्रों का कहना है कि किसी भी राजनीतिक दल के नेता को धरना स्थल पर नहीं आने देंगे. इसके बाद छात्रों का डेलिगेशन रामजीलाल सुमन से बाबे सैयद गेट पर मिलने आया. सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की मांगों को नहीं मानता है, तो समाजवादी पार्टी इस आंदोलन का पूरा समर्थन करेगी.
सांसद ने छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की
सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने इस दौरान छात्रों के ऊपर पुलिस कार्रवाई की निंदा भी की. उन्होंने कहा कि फीस वृद्धि को लेकर छात्रों पर किसी भी तरह की पुलिस कार्रवाई का वो विरोध करते हैं. यदि इंतजामियां छात्रों की मांगों को नहीं मानती है तो उनकी पार्टी इस आंदोलन का समर्थन करेगी.
इससे पहले सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद, सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी छात्रों की मांग पर आवाजा उठाया था. कई विपक्षी सांसदों ने एएमयू की कुलपति प्रो. नईमा खातून को पत्र लिखकर भी चिंता व्यक्त की है. साथ ही फीस संरचना को तुरंत वापस लेने की मांग की.
तीन दिन से दो छात्र भूख हड़ताल पर हैं बैठे
छात्र पिछले 15 दिनों से कैंपस में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं तीन दिन से दो छात्र बाब-ए-सैयद गेट पर भूख हड़ताल पर बैठे हैं. वहीं, दोनों छात्रों की हालत पर डॉक्टर लगातार नजर रख रहे हैं. छात्रों ने बड़ी संख्या में कक्षाओं का बहिष्कार जारी रखा है. वे भारी शुल्क वृद्धि को वापस लेने, लंबित छात्र संघ चुनाव कराने के साथ कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने की मांग कर रहे हैं.



