पानी या पंचायत चुनाव! काशी में आधी रात क्यों हुआ बवाल? दरोगा समेत घायल हो गए 7 पुलिस वाले

वाराणसी के सुल्तानपुर गांव में पानी की आपूर्ति को लेकर दो पक्षों में बवाल गया. इस दौरान पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया था. इन्हें छुड़ाने के लिए ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया, जिसमें दरोगा समेत 7 लोग घायल हो गए.

वाराणसी के इस गांव में आधी रात बवाल

वाराणसी के सुल्तानपुर इलाके में आधी रात को भारी बवाल मचा. दरोगा समेत 8 लोग घायल हो गए. ग्रामीणों के पथराव में 3 गाड़ियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं. मामला पेयजल आपूर्ति से जुड़ा बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक सुल्तानपुर गांव में 08 नवंबर से ही पानी की आपूर्ति बाधित थी.

प्रधान प्रतिनिधि और युवकों में हुई थी मारपीट

दरअसल, पानी की आपूर्ति को लेकर गांव के कुछ युवक ग्राम प्रधान ऋतु देवी के घर गएं. इस दौरान प्रधान ने जानकारी दी कि मिस्त्री को बुलाया गया है. इतने में प्रधान प्रतिनिधि और गांव के युवकों के बीच कहासुनी हो गई. फिर कुछ ही देर में दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी. प्रधान की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया.

युवकों को छुड़ाने के लिए पुलिस पर पथराव

पुलिस के इन 4 युवकों को गिरफ्तार करने के बाद से ही मामला बिगड़ गया. ग्रामीणों ने गिरफ्तार युवकों को छुड़ाने और ग्राम प्रधान और उसके प्रतिनिधि पर कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर दिया. रास्ता खुलवाने को लेकर पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया. इसमें दरोगा और हेड कांस्टेबल सहित आठ लोग घायल हो गए.

दोषियों पर की जाएगी कठोर कार्रवाई

डीसीपी गौरव बंशवाल ने बताया कि इस मामले को पुलिस गंभीरता से ले रही है. दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में अबतक गांव के 27 पुरुष और 10 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. उन पर हत्या का प्रयास, बलवा और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं.

क्या पंचायत चुनाव को देखते हुए बवाल?

इस मामले को स्थानीय लोग पंचायत चुनाव से भी जोड़ कर देख रहे हैं. लोगों का कहना है कि आपसी रंजिश से मामला ख़राब हुआ है. मामले पर स्थानीय थाने को भी संवेदनशीलता बरतनी चाहिए थी. लेकिन उनकी एकतरफा कार्रवाई से ही ग्रामीण आक्रोशित हुए.