BJP से नाराजगी के बीच ब्रजेश पाठक से मिले संजय निषाद, जानें क्या-क्या हुई बात
बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की धमकी के बीच संजय निषाद ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से मुलाकात की है. दोनों नेताओं ने एक्स पर फोटो शेयर कर इस मुलाकात की जानकारी दी. इससे पहले उन्हें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भी फोन किया था. जानिए दोनों के बीच किन मुद्दों पर बातचीत हुई.

यूपी सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने बीजेपी से नाराजगी के बीच गुरुवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मुलाकात की है. बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की धमकी देने के बाद संजय निषाद की इस मुलाकात के कई राजनीतिक मायने भी हैं. इस मुलाकात से पहले उन्हें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का भी फोन गया था.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने संजय निषाद से अपनी समस्या बताने को कहा है. उन्हें समस्या का हल किए जाने का आश्वासन दिया गया है. साथ ही बयानबाजी से बचने का आग्रह किया गया है. उसके थोड़ी देर के बाद ब्रजेश पाठक का भी फोन डॉक्टर संजय निषाद के पास पहुंचा. जिसके बाद दोनों की मुलाकात ब्रजेश पाठक के आवास पर हुई है.
यूपी को नंबर एक बनाने का लिया संकल्प
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के आवास पर हुई बैठक में प्रदेश के विकास और जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक्स पर फोटो शेयर कर इस मुलाकात की जानकारी दी और इसे शिष्टाचार भेंट करार दिया है. इसके अलावा, दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रयास से उत्तर प्रदेश को हर क्षेत्र में नंबर एक पर लाने का संकल्प भी व्यक्त किया है.
संजय निषाद ने एक्स पर लिखा, ‘आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से शिष्टाचार भेंट कर प्रदेश की समृद्धि, विकास एवं जनहित से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा हुई. आज का नया उत्तर प्रदेश प्रगति पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. संयुक्त प्रयास से हमें देश में अपने प्रदेश को हर क्षेत्र में नंबर एक पर लाना है. सशक्त यूपी सशक्त भारत.’
संजय निषाद ने गठबंधन तड़ने की कही थी बात
संजय निषाद ने गोरखपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी को लगता है कि उन्हें निषाद पार्टी से फायदा नहीं मिल रहा है, तो वह गठबंधन तोड़ ले, बाहरी नेताओं से हमारे ऊपर उल्टा-सीधा बयान क्यों दिलवाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को सहयोगियों की ताकत को कम नहीं समझना चाहिए, जीत अकेले की नहीं, सबकी साझी होती है.