BJP यूपी में अध्यक्ष पद पर खेलेगी OBC कार्ड? चुनाव और नामांकन की तारीख तय; रेस में ये नाम

यूपी बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. 13 दिसंबर को नामांकन दाखिल होंगे, जिसके बाद 14 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में नए अध्यक्ष का निर्वाचन होगा. यह नियुक्ति 2027 विधानसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, और ओबीसी वर्ग से अध्यक्ष बनने की संभावना है.

कौन होगा यूपी बीजेपी का नया अध्‍यक्ष? Image Credit:

उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जल्द ही नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने वाला है. पार्टी के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है. 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले यह नियुक्ति बेहद अहम मानी जा रही है. प्रदेश संगठन चुनाव अधिकारी और पूर्व मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने गुरुवार को चुनाव और नामांकन की तारीखों का ऐलान किया.

डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के लिए नामांकन पत्र 13 दिसंबर (शुक्रवार) को दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक लखनऊ स्थित राज्य पार्टी मुख्यालय में जमा किए जाएंगे. नामांकन की पूरी प्रक्रिया पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक विनोद तावड़े की उपस्थिति में संपन्न होगी. इसके अगले दिन नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान होगा.

पीयूष गोयल की मौजूदगी में होगा नए कप्तान का ऐलान

केंद्रीय मंत्री और मुख्य चुनाव अधिकारी पीयूष गोयल जल्द लखनऊ पहुंचेंगे. पीयूष गोयल चुनाव प्रक्रिया को पूरा कराकर नए प्रदेश अध्यक्ष का औपचारिक निर्वाचन कराएंगे. सूत्रों के मुताबिक अभी तक कई वरिष्ठ नेता प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में माने जा रहे हैंं. इनमें मौजूदा प्रदेश उपाध्यक्ष, कई पूर्व मंत्री, सांसद और विधायक शामिल हैं.

हालांकि, पार्टी की परंपरा के अनुसार आमतौर पर इस पद के लिए आम सहमति से ही नाम तय होता रहा है, इसलिए 13 दिसंबर को एक से अधिक नामांकन आने की संभावना कम ही है.राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि नया प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी या अति-पिछड़ा वर्ग से हो सकता है, ताकि 2027 के रण में सामाजिक समीकरण को और मजबूती मिले.

BJP प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में ये तीन नाम अहम

साथ ही केंद्र और प्रदेश नेतृत्व के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने के लिए भी यह चयन महत्वपूर्ण होगा. फिलहाल, राज्य से केंद्र में बड़े नेताओं को लखनऊ पहुंचने को कहा गया है. प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस के कई नामचीन नेताओं के नाम चल रहे हैं. इनमें उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, साध्वी निरंजन ज्योति और बनवारी लाल वर्मा उर्फ बीएल वर्मा भी शामिल हैं.

केशव प्रसाद मौर्य, पहले प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव में भी पर्वेक्षक की भूमिका में थे. साध्वी निरंजन ज्योति, अति पिछड़ा समाज से आती हैं, और मोदी सरकार में मंत्री रह चुकी है. वहीं, सबसे बड़े दावेदार के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा का नाम है, जो ओबीसी से आते हैं. अब सबकी नजर 14 दिसंबर पर टीकी हैं.