कोर्ट ने लगाई डांट, रद्द किया चुनाव; गलत एफीडेविट लगाकर बुरे फंसे अंबेडकर नगर चेयरमैन

अंबेडकर नगर की जिला अदालत ने साल 2023 में हुए नगर पंचायत चुनाव को रद्द कर दिया है. कोर्ट ने यह कार्रवाई चेयरमैन ओमकार गुप्ता द्वारा अपने नामांकन में गलत एफीडेविट लगाने को लेकर की है. यही नहीं, तथ्यों को छिपाने के आरोप में अदालत ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई है. इस फैसले से स्थानीय राजनीति में हलचल मच गई है, विपक्षी दल सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं.

ओमकार गुप्ता का चुनाव रद्द Image Credit:

अंबेडकर नगर में अशरफपुर किछौछा नगर पंचायत का चुनाव कोर्ट ने रद्द कर दिया है. आरोप है कि नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता ने अपने नामांकन में गलत तथ्य पेश किया था और इस संबंध में दाखिल एफीडेविट में भी गलत सूचना दी गई थी. इस मामले में अदालत ने ओमकार गुप्ता को फटकार लगाते हुए कड़ी डांट लगाई. कहा कि जनप्रतिनिधि होकर तथ्यों को छिपाना किसी हाल में स्वीकार्य नहीं है. कोर्ट ने यह कार्रवाई नगर पंचायत के चुनाव में प्रत्याशी रहे गुरु प्रसाद की अर्जी पर सुनवाई करते हुए की है.

नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता के खिलाफ कोर्ट पहुंचे गुरु प्रसाद ने आरोप लगाया था कि उन्होंने नामांकन के दौरान गलत एफीडेविट दिया था. इसमें ज्यादातर सूचनाएं छिपाई गई थीं. आरोप है कि उन्होंने इस संबंध में जो दस्तावेज पेश किए, वो भी कूट रचित थे. मामले की सुनवाई अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम परविंद कुमार की अदालत में हुई. अदालत ने शिकातय में दिए गए सबूतों का सत्यापन कराया. इस दौरान आरोप सही पाए जाने पर कोर्ट ने ओमकार गुप्ता को कड़ी फटकार लगाई.

चुनाव प्रक्रिया में अवमानना का मामला

कोर्ट ने इस मामले में कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि यह सीधे सीधे चुनाव प्रक्रिया में अवमानना का मामला है. इसी के साथ ओमकार गुप्ता के चुनाव को रद्द घोषित कर दिया. बता दें कि साल 2023 में हुए नगर निकाय चुनावों में ओमकार गुप्ता बीजेपी के टिकट पर जीत कर चेयरमैन बने थे. इस चुनाव में उन्हें कांटे की टक्कर मिली थी. हालांकि चौथे स्थान पर रहे गुरु प्रसाद ने उनके एफीडेविट की गलती पकड़ ली और इसे लेकर वह कोर्ट पहुंच गए थे. हालांकि कोर्ट में ओमकार गुप्ता के वकील ने तर्क दिया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत परिणाम आने के 30 दिन के अंदर याचिका लगानी होती है.

फैसला आते बढ़ी राजनीतिक हलचल

कोर्ट का फैसला आते ही अंबेडकर नगर से लेकर लखनऊ तक राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. एक तरफ बीजेपी खेमा चुप्पी साधे हुए है, वहीं विपक्षी दलों ने इस मामले का हवाला देते हुए बीजेपी और सरकार पर हमले तेज कर दिए है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने इसे बीजेपी का चरित्र बताया है. इसी के साथ उन्होंने मामले को वोट चोरी से भी जोड़ने की कोशिश की है.

रिपोर्ट: अमित मौर्य, अंबेडकर नगर