तेरही में जिसके दूध से बना था रायता, रैबीज इंफेक्टेड थी वो भैंस; मौत होते गांव में फैल गई दहशत
बदायूं में रैबीज संक्रमित भैंस की मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया. दरअसल पूरे गांव के लोगों ने एक तेरही कार्यक्रम में ब्रह्मभोज खाया था. इसमें परोसा गया रायता उसी भैंस के दूध से बना था. खबर मिलते ही दहशत के मारे लोग वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल पहुंच गए. डॉक्टरों ने बताया कि दूध से रैबीज फैलने के मामले अब तक सामने नहीं आए हैं, फिर भी एहतियातन टीकाकरण किया गया है.
उत्तर प्रदेश में बदायूं के उझानी सीएचसी में बड़ी भीड थी, सैकड़ों लोग लाइन में लगे थे, सभी लोग दहशत में थे और धक्का मुक्की भी कर रहे थे. यह भीड़ और दहशत रैबीज के डर की वजह से थी. दरअसल कतार में खड़े लोग एक तेरही कार्यक्रम में शामिल हुए थे और इस कार्यक्रम में परोसे गए रायता को बनाने के लिए उसी भैंस के दूध और दही का इस्तेमाल किया गया था, जिसकी रैबीज की वजह से मौत हो गई थी. खबर मिलते ही लोगों में डर हो गया कि कहीं रैबीज का इंफेक्शन उन्हें भी ना हो जाए.
मामला पिपरौल गांव का है. सीएचसी में इंजेक्शन लगवाने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि 23 दिसंबर 2025 को गांव में एक तेरही का कार्यक्रम था. उसमें पूरे गांव को निमंत्रण था और सभी लोगों ने ब्रह्म भोज में हिस्सा भी लिया था. इसमें सभी लोगों को रायता परोसा गया था. कार्यक्रम के बाद पता चला कि रायता बनाने के लिए जिस भैंस का दूध इस्तेमाल किया गया था, उसे कुछ दिन पहले कुत्ते ने काट लिया था. इसकी वजह से भैंस में रैबीज का इंफेक्शन फैल गया और तेरही कार्यक्रम के तीन दिन बाद ही उस भैंस की मौत हो गई.
ऐसे फैली दहशत
भैंस की मौत की खबर जैसे ही गांव वालों को मिली, लोगों में दहशत फैल गई. यह दहशत और बढ़ गई, जब लोगों को पता चला कि तेरही कार्यक्रम में इसी भैंस के दूध का इस्तेमाल हुआ था. इसके बाद जिन्होंने रायता खाया था, वो भी अस्पताल की ओर भागे और जिन्होंने नहीं खाया वो भी अस्पताल पहुंचकर वैक्सीन की लाइन में खड़े हो गए. महज आधे घंटे के अंदर ही अस्पताल में वैक्सीन लगवाने वालों की लंबी कतार लग गई.
नजारा देख डॉक्टर भी हुए हैरान
अस्पताल खुलने से पहले ही इतनी लंबी कतार देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए. हालांकि बाद में माजरा समझ में आने के बाद डॉक्टरों ने सभी लोगों को आश्वस्त किया और फिर एक-एक कर सभी लोगों का वैक्सिनेशन किया. कुल 200 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई है. डॉक्टरों के मुताबिक अभी तक दुनिया में कहीं भी रैबीज से इंफेक्टेड भैंस या गाय के दूध पीने से किसी की मौत का मामला सामने नहीं आया है. फिर एहतियातन सभी लोगों का वैक्सिनेशन किया गया है.