चीनी मिल के गंदे नाले में जलसमाधि लेंगे एशिया चैंपियन सुभाष पहलवान! फेसबुक लाइव पर दी चेतावनी, मचा हड़कंप

बागपत की मलकपुर चीनी मिल से निकलने वाली गाद और रसायनयुक्त पानी ने गंभीर प्रदूषण फैलाया है. जिससे गांवों में बीमारियां और मौतें बढ़ रही हैं. हालात को देखते हुए एशिया चैंपियन पहलवान सुभाष ने इस मुद्दे पर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई की मांग करते हुए जलसमाधि की चेतावनी दी है.

चीनी मिल की गंदगी के खिलाफ सुभाष पहलवान की चेतावनी Image Credit:

बागपत की मलकपुर चीनी मिल से निकलने वाली गाद का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. गंदे नाले में तब्दील इस गाद को लेकर एशिया चैंपियन पहलवान सुभाष ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और मिल प्रबंधन से इस गंदगी को रोकने की मांग की. कहा कि यदि इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह इसी नाले में जलसमाधि ले लेंगे. पहलवान सुभाष के इस ऐलान से इलाके में हड़कंप मच गया है. क्षेत्र के लोग उनके समर्थन में खड़े हो गए हैं.

बता दें कि सुभाष पहलवान लगातार दो दिनों से सोशल मीडिया पर लाइव आकर चीनी मिल के नाले से निकल रहे गाद का विरोध कर रहे हैं इस गाद की वजह से बदबू और आसपास रहने वालों में फैल रही बीमारियों का मुद्दा उठा रहे हैं. बावजूद इसके अब तक शासन और प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया. उन्होंने बताया कि इस नाले से निकलने वाले रसायनयुक्त पानी से ग्रामीणों का जीवन मुश्किल हो गया है. लगातार मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं. लोग कैंसर और अन्य संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं.

लाइव आकर दी चेतावनी

इस संबंध में उन्होंने और स्थानीय लोगों ने कई बार चीनी मिल प्रबंधन और जिला प्रशासन को शिकायत भी दी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में उन्होंने खुद इस समस्या की मुखालफत का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि स्थिति बेहद भयावह है. मंगलवार की देर शाम लाइव वीडियो में उन्होंने जनप्रतिनिधियों और सरकार को अंतिम चेतावनी दी. कहा कि अब गांव के लोग और युवा वर्ग इस लड़ाई के लिए एकजुट हो रहे हैा. उन्होंने कहा कि मलकपुर और लॉयन गांव एक-दूसरे का अभिन्न हिस्सा हैं और इस समस्या के समाधान के लिए दोनों क्षेत्रों के लोग साथ हैं.

पलायन ना करने की अपील

पहलवान सुभाष ने दोनों गांव के लोगों को पलायन नहीं करने की अपील की. कहा कि गांव छोड़कर जाना इस समस्या का हल नहीं है. बल्कि इसके लिए मिल प्रबंधन और सरकार पर दबाव बनाना ही एकमात्र रास्ता है. उन्होंने सरकार और जनप्रतिनिधि से भी इस काम में अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की. सुभाष पहलवान के मुताबिक बीते एक दशक में कई लोग कैंसर और विभिन्न संक्रामक रोगों के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं. उनकी इस चेतावनी के बाद ग्रामीणों में उम्मीद जगी है कि अब शायद प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर कोई कार्रवाई करे.