फतेहपुर में मकबरे पर लहराया भगवा, छवनी में तब्दील हुआ इलाका; मौलाना बरेलवी बोले- CM एक्शन लें

फतेहपुर जिले में मकबरे पर हिंदू संगठनों ने मंदिर होने का दावा करते हुए हमला किया, जिससे हिंसा भड़क गई. हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच जमकर पथराव हुआ. पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया है. मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने घटना की निंदा की है और सीएम से एक्शन की अपील की है.

फतेहपुर मकबरा विवाद

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में मौजूद मकबरे को लेकर विवाद गहरा गया है. सोमवार को हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं द्वारा मकबरे पर चढ़कर भगवा लहराया गया, और ढांचे को नुकसान पहुंचाया गया. इसपर मुस्लिम पक्ष की ओर से जमकर पथराव किय़ा. पुलिस को माहौल शांत करने में पसीने छूट गए. फिलहाल, ये लोग वापस जा चुके हैं और  मुस्लिम पक्ष मौके पर मौजूद हैं.

हिंदू पक्ष का दावा है कि ये नवाब अब्दुल समद का मकबरा नहीं बल्कि यहां ऐतिहासिक शिव मंदिर है. इसको लेकर सुबह करीब 10 बजे अचानक बजरंग दल, हिंदू महासभा समेत कई हिंदू संगठनों के 2 हजार लोग ईदगाह में बने मकबरे पर पहुंच गए. भीड़ को देखते हुए पुलिस ने बैरिकेडिंग किया, लेकिन इन लोगों ने उसे तोड़ कर मकबरे पर चढ़ गए.

मकबरे पर पूजा-पाठ भी किया गया

फतेहपुर के सदर कोतवाली के अबूनगर इलाके में यह मकबरा मौजूद है. हिंदू संगठनों ने वहां मंदिर का दावा करते हुए जमकर बवाल काटा. यहां तक की वहां पूजा-पाठ शुरू कर दी गई और हनुमान चालिसा का पाठ भी किया गया. इस घटना ने स्थानीय माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है. इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

उन्होंने घटना की निंदा करते हुए हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं पर निशाना साधा. बरेलवी ने कहा कि इन लोगों ने मकबरे को शहीद कर दिया और पूजा शुरू कर दी, जिससे हिंदू-मुस्लिम माहौल में खटास आ गए. इस कदम के पीछे माहौल खराब करने की साजिश है. उन्होंने मौलाना ने हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों से अमन-शांति बनाए रखने की अपील की है.

सीएम योगी से सख्त एक्शन लेने की मांग

मौलाना बरेलवी ने उन्हें कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत किसने दी? अगर आपत्ति थी तो कोर्ट या पुलिस में जाते. आखिर अदालत किसलिए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में सख्त एक्शन लेने की मांग की है. उन्होंने कहा, ‘जो लोग मकबरे को शहीद करने में शामिल हैं. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्हें जेल भेजा जाए, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी हरकत करने की हिम्मत न करे. 

मकबरे में त्रिशूल बने होने का दावा

दरअसल, हिंदू संगठनों ने बीते दिन मकबरे पर 11 अगस्त को पूजा-पाठ करने का ऐलान किया था. उनका दावा है कि यह एक ऐतिहासिक मंदिर है, जो लगभग एक हजार साल पुराना है. आरोप है कि मंदिर को बदलकर मकबरा बनाया गया है. बीजेपी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल का कहना है ये हमारी आस्था से जुड़ी है, इसपर अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हिंदू संगठन ने मकबरे में कमल के फूल और त्रिशूल बने होने का दावा किया है.