36 हजार करोड़ की लागत, युद्धकाल में फाइटर जेट लैंडिंग, जनवरी में हो सकता है गंगा एक्सप्रेसवे का उद्घाटन
गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास शाहजहांपुर में 18 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.अब इसका काम तकरीबन पूरा हो चुका है. संभावना जताई जा रही है कि जनवरी महीने में ही माघ मेले से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन कर सकते हैं.
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश सरकार के सबसे ज्यादा महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में से एक है. मेरठ और प्रयागराज को जोड़ने वाले इस एक्सप्रेस वे का कार्य अब अपने अंतिम चरण में है. इसे बनाने में तकरीनबन 36 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है. संभावना जताई जा रही है माघ मेले से पहले ही जनवरी महीने में ही आवागमन के लिए इस एक्स्प्रेसवे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनतो को समर्पित कर सकते हैं.
गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास शाहजहांपुर में 18 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इसके निर्माण का काम यूपीडा कर रही है. एक्सप्रेसवे पर अब साइन बोर्ड, टोल प्लाजा, पेंटिंग काम ही बचा है. ये भी जल्द ही पूरा हो जाएगा. ऐसे में जनवरी में इसके लोकार्पण की संभावनाएं और मजबूत हो जाती हैं.
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस गंगा एक्सप्रेसवे पर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. इससे वाहनों की स्पीड, एक्सीडेंट समेत सड़क के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी. इन्हें ऑपरेट करने के लिए टोल प्लाजा के पास बनाए जा रहे कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग भी की जाएगी. इससे किसी भी अपात स्थिति में तुरंत मदद भेजी जा सकेगी. टोल प्लाजा के पास पुलिस चौकियों के साथ आपात स्थिति के दौरान फायर स्टेशन भी इस गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़े जा रहे हैं. जनपदों के ट्रामा सेंटरों को भी गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है.
शाहजहांपुर जनपद के करीब 44 गांव से गुजरता गंगा एक्सप्रेसवे जनपद के विकास में एक नई खुशहाली लेकर आएगा,जलालाबाद तहसील मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर इस एक्सप्रेसवे का इंटरचेंज बनाया गया है. जलालाबाद क्षेत्र के गांव नयागांव गुलड़िया के पास करीब एक हजार हेक्टेयर भूमि में औद्योगिक गलियारे की भी स्थापना का काम शुरू हो गया है. इससे जलालाबाद क्षेत्र में भारी मात्रा में फैक्ट्री और उद्योगों के आने की संभावनाएं तेज हो गई है.
एक्सप्रेस वे के किनारे करीब 12 पेट्रोल पंप और ई चार्जिंग पॉइंट बनाए जाएंगे. इससे वाहन चालकों को ईंधन भरने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. वहीं 24 घंटे निगरानी हेतु राहत बचाव टीमों की गस्त करेगी. इससे गंगा एक्सप्रेसवे पर होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जा सकेगी.
सामरिक दृष्टिकोण पर जलालाबाद क्षेत्र में स्थित पीरु गांव के पास गंगा एक्सप्रेसवे पर लगभग साढ़े तीन किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है. नाइट विजन जैसी सुविधाओं से लैस हवाई पट्टी दुश्मन देश से युद्ध की स्थिति में लड़ाकू विमानो की आपात लैंडिंग और उड़ान भरने के दौरान में गोला बारूद और ईंधन भरने के लिए उपयोग में लाई जा सकेगी.