रातों रात कहां गायब हो गई बजरंग बली की मूर्ति? दो दिन पहले खुदाई में मिली; 50 हजार साल पुरानी होने का दावा

गाज़ियाबाद में हाल ही में खुदाई में मिली कथित तौर पर 50,000 साल पुरानी बजरंग बली की मूर्ति रातों-रात गायब हो गई है. मूर्ति मिलने के बाद भक्तों ने यहां पूजा शुरू कर दी थी, लेकिन अगले दिन मूर्ति नहीं मिली तो लोगों में आक्रोश फैल गया. बताया जा रहा है कि नगर निगम ने अवैध मंदिर निर्माण रोकने के लिए इस मूर्ति हटा दिया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर नगर निगम का कोई जवाब नहीं आया है.

गाजियाबाद में मिली हनुमान जी की मूर्ति

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मिली कथित तौर पर 50 हजार साल पुरानी बजरंग बली की मूर्ति गायब हो गई है. मंगलवार की सुबह जब काफी संख्या में लोग इस मूर्ति की पूजा के लिए पहुंचे तो उन्हें मामले की जानकारी हुई. इसके बाद देखते ही देखते यह खबर पूरे शहर में फैल गई. इससे लोगों में आक्रोश फैल गया. मामला गाजियाबाद के शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र के वार्ड 37 विक्रम एन्क्लेव का है. कुछ लोगों ने इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत दी है.

जानकारी के मुताबिक दो दिन पहले नगर निगम की टीम यहां दिल्ली-वजीराबाद रोड पर ग्रीन बेल्ट की खुदाई कर रही थी. इसी दौरान बजरंग बली की मूर्ति मिली. दावा किया गया कि यह मूर्ति करीब 50 हजार साल पुरानी है. मूर्ति मिलने की खबर पर बड़ी संख्या में आरडब्ल्यूए ओर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उसी स्थान पर मूर्ति को स्थापित करा दिया. मौके पर चबूतरा बनाकर पूजा पाठ शुरू कर दिया गया और फिर मंदिर बनाने की कवायद शुरू कर दी गई. इस दौरान पुलिस फोर्स और नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद थे.

आज भीड़ होने की थी संभावना

आज मंगलवार को उम्मीद थी कि इस मूर्ति की पूजा के लिए बड़ी संख्या में लोग आ सकते हैं. सुबह से ही यहां श्रदालुओं के आने का क्रम भी शुरू हो गया, लेकिन यहां पहुंच कर लोग हैरान रह गए. जिस स्थान पर मूर्ति की स्थापना की गई थी, वहां मूर्ति थी ही नहीं, चबूतरा भी खाली पड़ा था. बताया जा रहा है कि सोमवार की रात में ही नगर निगम ने इस मूर्ति को उठवा लिया था. यह खबर फैलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया. उधर, हंगामे की आशंका को देखते हुए पर्याप्त संख्या में पुलिस पार्टी भी मौके पर पहुंच गई है.

नगर निगम ने साधी चुप्पी

एक तरफ इस मूर्ति को लेकर मौके पर आक्रोश की स्थिति है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है. यहां तक कि यहां पर नियमित साफ सफाई के लिए आने वाले नगर निगम के कर्मचारी भी यहां नहीं पहुंचे हैं. नगर निगम के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मूर्ति मिलने की खबर के बाद यहां ग्रीन बेल्ट पर मंदिर बनाकर कब्जा किए जाने की संभावना थी. इसकी वजह से निगम ने मूर्ति को ही उठाकर अज्ञात स्थान पर रखवा दिया है. उधर, हालत बिगड़ते देख गाजियाबाद पुलिस लोगों को समझाने में जुटी है.