लक्ष्य गजवा-ए-हिंद, वाट्सऐप पर बनाया ‘रिवाइविंग इस्लाम’ ग्रुप; UP-ATS ने किया देश के खिलाफ साजिश का खुलासा

उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने देश को गजवा-ए-हिंद बनाने की एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है. इस साजिश के तहत एक वाट्सऐप ग्रुप बनाकर 400 से अधिक भारतीयों को भड़काने और धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही थी. इस ग्रुप के तीन एडमिन हैं और तीनों पाकिस्तानी हैं. एटीएस ने इस ग्रुप के दो सक्रिय सदस्यों को अरेस्ट कर लिया है.

यूपी एटीएस ने किया भारत के खिलाफ साजिश का खुलासा

भारत को गजवा-ए-हिंद बनाने की साजिश का बड़ा खुलासा यूपी एटीएस ने किया है. यूपी एटीएस ने एक ऐसे वाट्सऐप ग्रुप को ट्रैस किया है, जिसमें भारत में भारत के खिलाफ लोगों को भड़काया जा रहा है. इस ग्रुप के तीन एडमिन हैं और तीनों पाकिस्तानी हैं. वहीं इस ग्रुप के 400 सदस्य हैं और अधिकांश भारतीय हैं. एटीएस ने देश विरोधी संदेशों का प्रसार कर रहे अमरोहा के रहने वाले एक युवक को हिरासत में लिया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.

यूपी एटीएस ने इस युवक की निशानदेही पर ठाणे महाराष्ट्र से इसके एक साथी को अरेस्ट किया है. एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक इन दोनों आरोपियों की पहचान अमरोहा के रहने वाले अजमल अली और ठाणे महाराष्ट्र के रहने वाले डॉ. उसामा माज शेख के रूप में हुई है. एटीएस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका टारगेट 2047 तक भारत को गजवा ए हिंद बना कर यहां शरिया कानून लागू कराना है. इस वाट्सऐप ग्रुप ‘रिवाइविंग इस्लाम’ का भी यही लक्ष्य है.

पाकिस्तानी हैं ग्रुप के एडमिन

आरोपियों ने बताया कि इस ग्रुप को पहले से पाकिस्तान में बैठे लोग संचालित करते हैं. वो दोनों इसमें काफी बाद में जुड़े, लेकिन अब वह सक्रिय मेंबर हैं. आरोपियों ने बताया कि अपने टारगेट को हासिल करने के लिए उन्हें गैर इस्लामिक लोगों के खिलाफ मुसलमानों में जहर भरने और देश में जगह जगह दंगा भड़काने का टास्क मिला था. एटीएस सूत्रों के मुताबिक कुछ समय से उत्तर प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिशों के इनपुट मिल रहे थे.

ऐसे हुआ खुलासा

पुलिस ने इस तरह के इनपुट की जांच कराई तो ‘रिवाइविंग इस्लाम’ नामक वाट्सऐप ग्रुप की जानकारी मिली. इस ग्रुप के सदस्यों को सर्विलांस पर लिया गया तो पता चला कि इसके तीन एडमिन हैं और तीनों पाकिस्तानी है. वहीं एक व्यक्ति यूपी के अमरोहा में बैठकर इस ग्रुप में पोस्ट कर रहा है. इस इनपुट के बाद एटीएस ने अमरोहा के नौगावा में दबिश देकर अजमल अली को हिरासत में लिया. फिर इसकी पहचान पर एटीएस ने महाराष्ट्र के ठाणे में दबिश देकर उसके साथी उसामा को अरेस्ट किया है.

खुलासे पर गांव वाले भी रह गए हैरान

अमरोहा के नौगावां सादात क्षेत्र में देहरा गांव में अजमल अली को बेहद शांत और गंभीर आदमी समझा जाता था. ऐसे में 13 दिन पहले जब एटीएस की टीम ने दबिश दी और मामले का खुलासा हुआ तो गांव वाले भी हैरान रह गए. गांव वालों ने बताया कि अजमल काफी पढ़ा लिखा और समझदार था. उसने बिजनौर के एक निजी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की थी. लोग अपने बच्चों को अजमल के जैसा बनने के लिए प्रेरित करते थे, लेकिन इस खुलासे के बाद गांव में तरह तरह की बातें शुरू हो गई हैं. लोगों को अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि अजमल कट्टरपंथियों के संपर्क में आकर ऐसा भी कर सकता है.