गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर अब ढीली करनी होगी जेब, 1 अगस्त से कटेगा टोल; जानें रेट और छूट के नियम

लखनऊ-गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर 1 अगस्त से टोल लागू हो जाएगा. यूपीडा ने टोल दरें और छूट की घोषणा कर दी है. दोपहिया वाहनों के लिए 140 रुपये से लेकर भारी वाहनों के लिए 1745 रुपये तक टोल लगेगा. उसी दिन वापसी पर 40% और मासिक 20 यात्राओं से अधिक पर 20% की छूट मिलेगी. यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संत कबीर नगर और आजमगढ़ को लखनऊ से जोड़ता है.

लखनऊ गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे Image Credit:

लखनऊ-गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए बड़ी खबर है. इस एक्सप्रेसवे से यात्रा करने वालों को एक अगस्त से टोल चुकाना होगा. इस संबंध में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने आदेश जारी कर दिया है. इसी के साथ टोल दरों और टोल से छूट के नियम भी जारी कर दिए गए हैं. 91.352 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पिछले महीने 20 जून 2025 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था. तब से इस एक्सप्रेसवे पर लोग फ्री यात्रा कर रहे थे.

यूपीडा के मुताबिक 7283 करोड़ रुपये की लागत से बना यह अत्याधुनिक एक्सप्रेसवे गोरखपुर को अंबेडकर नगर, संत कबीरनगर, और आजमगढ़ जैसे जिलों से होते हुए लखनऊ से कनेक्ट करता है. यूपीडा का दावा है कि यह एक्सप्रेसवे क्षेत्र के लोगों के आवागमन को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इसके निर्माण लागत और रखरखाव का खर्च निकालने के लिए यूपीडा ने अब इस एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली का फैसला किया है.

ये होंगी टोल दरें

वापसी यात्रा में छूट और मासिक पास की सुविधा

यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे पर छूट के भी कुछ नियम बनाए गए हैं. उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जारी व्यवस्था के मुताबिक यदि कोई वाहन चालक उसी दिन वापसी करता है, तो उसे वापसी की यात्रा में टोल दरों पर 40% की छूट मिलेगी. पहली यात्रा पर पूरा टोल देना होगा, लेकिन लौटते समय महज 60% ही टोल कटेगा. यही नहीं, महीने में 20 या उससे अधिक एकल यात् करने वाले वाहनों को भी टोल शुल्क में 20% की छूट दी जाएगी. यह सुविधा नियमित यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होगी.

राजधानी से सीधा कनेक्ट हुए 4 जिले

यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया गया है. इस एक्सप्रेसवे से ना केवल लोगों के समय और पैसे की बचत होगी, बल्कि यह एक्सप्रेसवे क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक उन्नति में अहम भूमिका निभाएगा. अधिकारियों के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे के जरिए प्रदेश के चार जिले गोरखपुर, अंबेडकर नगर, संत कबीरनगर, और आजमगढ़ राजधानी लखनऊ से सीधे कनेक्ट हो गए हैं.