चाहे छूट जाए एक्जाम… नहीं कटाउंगा कलावा, पंडित जी ने मंत्र पढ़कर बांधा है; RO-ARO की परीक्षा देने आए छात्र ने काटा बवाल
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में आरओ-एआरओ की परीक्षा के दौरान एक छात्र के कलावा को लेकर विवाद हुआ. छात्र ने यह कहते हुए कलावा काटने से इनकार कर दिया कि पंडित जी ने मंत्र पढ़कर इसे बांधा है. उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने छात्र को कलावा पहने हुए ही परीक्षा देने की अनुमति दे दी.
स्थान उत्तर प्रदेश का हमीरपुर, समय रविवार की सुबह. आरओ-एआरओ की परीक्षा शुरू होने वाली थी. एक-एक कर परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र में जा रहे थे. इन सभी की जांच पुलिस वाले कर रहे थे. इसी दौरान एक युवक ने हंगामा खड़ा कर दिया. दरअसल इस युवक के हाथ में कलावा बंधा था और पुलिस वाले उसे काटना चाहते थे. युवक ने भी कहा कि पंडित जी ने मंत्र पढ़कर बांधा है, यह हमारी संस्कृति और धार्मिक मान्यता का विषय है. इसलिए किसी हाल में वह कलावा नहीं कटवा सकता.
बवाल बढ़ने पर उच्चाधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और आखिरकार छात्र को कलावा बांधकर परीक्षा में शामिल होने की छूट देनी पड़ी. मामला हमीरपुर जिले के विबांर थाना क्षेत्र स्थित हीरानंद इंटर कालेज का है. यहां रविवार को समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी का एक्जाम होना था. इंटर कालेज के बाहर सभी छात्र और छात्राओ की चेकिंग हो रही थी. इस दौरान पुलिस छात्रों से अंगूठी और कलावा आदि उतरवा रही थी. इसी दौरान फतेहपुर जिले का रहने वाला यज्ञदत्त बाजपेयी की चेकिंग हुई.
कलावा काटने पर छात्र ने काटा बवाल
वह हाथ में कलावा बांध रखा था. उसे जब पुलिस वालों ने उसे उतारने का हुक्म दिया तो वह भड़क गया. उसने कह दिया कि किसी कीमत पर वह कलावा नहीं कटाएगा. भले ही उसका एक्जाम छूट जाए. कहा कि पंडित जी मंत्र पढ़कर कलावा बांधते हैं, हम इसे नहीं कटवा सकते, यह हमारी संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं का हिस्सा है. उसने पुलिस को चैलेंज किया कि वह चाहें तो उसके पूरे शरीर को मेटल डिटेक्टर मशीन से जांच कर लें. छात्र ने सांस्कृतिक मान्यताओं को ढोंग बताने पर खूब बवाल काटा. हंगामा बढ़ने पर पुलिस वालों ने उसे कतार से बाहर खड़ा कर दिया.
आखिर में झुक गई पुलिस
जानकारी होने पर उच्चाधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और छात्र को कलावा बांधे हुए ही परीक्षा देने की छूट दी गई. उधर, इस घटना को लेकर परीक्षा देने आए अन्य छात्र भी आक्रोशित हो गए. उच्चाधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से सभी छात्रों को समझा बुझाकर शांत किया और परीक्षा केंद्र में जाने दिया. स्टेटिक मजिस्ट्रेट राममोहन कुशवाहा के मुताबिक छात्र को परीक्षा केंद्र में भेजने के बाद शांति पूर्वक परीक्षा संपन्न हो गई.