ट्रेन में नहीं मिली सीट, तो बम होने की दे दी झूठी सूचना; हड़कंप, दो भाई गिरफ्तार
कानपुर में आम्रपाली एक्सप्रेस में बम की झूठी सूचना से हड़कंप मच गया. सीट नहीं मिलने के चलते दो युवकों ने गुस्से में आकर यह फर्जी कॉल की थी. पुलिस और जीआरपी ने गहन तलाशी ली, लेकिन कोई बम नहीं मिला. झूठी सूचना देने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वो दोनों भाई हैं.
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन में गुरुवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस को सूचना मिली कि आम्रपाली एक्सप्रेस में बम रखा हुआ है. आनन फानन में पुलिस और जीआरपी की टीम ने बम को ढूंढना शुरू किया. बम निरोधक दस्ता और फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची. लेकिन कोई बम नहीं मिला.
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर करीब 40 मिनट तक हड़कंप मचा रहा. पूरी ट्रेन की गहन चेकिंग करने के बाद उसे रवाना किया गया. वही, जांच में पता चला कि सीट नहीं मिलने को लेकर दो युवकों ने कंट्रोल रूम को बम की झूठी सूचना दी थी. दोनों अपने भाई हैं, पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
GRP-CRPF समेत डॉग स्क्वॉड ने की ट्रेन की जांच
बम होने की सूचना मिलते ही ACP कैंट, ACP लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU), SHO रेलबाजार, जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम कानपुर स्टेशन पर पहुंची. इसके बाद 15708- आम्रपाली एक्सप्रेस की गहन तलाशी ली. ट्रेन के हर डिब्बे, सीटों के नीचे, सामान और संदिग्ध स्थानों की बारीकी से जांच की गई.
इस दौरान डॉग स्क्वॉड और तकनीकी उपकरणों का सहारा लिया गया, लेकिन किसी भी प्रकार की संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक सामग्री नहीं मिली. इसके बाद 139 पर कॉल करने वाले की तलाश की गई, काफी देर उसका फोन ऑफ था, देर रात उसका नंबर ऑन होने पर उसे पुलिस ने फेथफुलगंज से अरेस्ट किया.
ट्रेन में आंतकी, बोगी में लगा दिया है बम
आरोपी युवक का नाम दीपक चौहान और अंकित चौहान है, दो भाई हैं और कानपुर नगर के थाना घाटमपुर स्थित राह गांव के निवासी हैं. 139 पर कॉल कर उन्हें बताया कि ट्रेन में 12 आंतकी घुस आए हैं और बोगी में बम लगा दिया है. लेकिन सूचना झूठी निकली. दोनों के खिलाफ BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस पूछताछ में दोनों भाइयों ने बताया कि ट्रेन में सीट नहीं मिल रही थी, हर बोगी फूल थी, पैर रखने की भी जगह नहीं मिल रही थी. इसीलिए बम की झूठी सूचना दी. दोनों ने बताया कि वह दिल्ली से ट्रेन में चढ़े थे. दोनों ने पुलिस से माफी मांगी और कहा कि उन्हें अपनी हरकत का अहसास हो गया है. यह दुबारा नहीं होगा.
रेलवे अधिनियम के तहत दोनों पर मुकदमा दर्ज
इस घटना पर सहायक पुलिस आयुक्त आकांक्षा पाण्डेय ने बताया कि, सूचना मिलने पर सभी टीमों ने ट्रेन को अच्छे से चेक किया और सब कुछ सही मिलने पर उसको रवाना कर दिया गया. दोनों युवकों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसमें झूठी सूचना देना, सार्वजनिक उपद्रव फैलाना और रेलवे अधिनियम के प्रावधान शामिल हैं.