आखिरी सांसों तक पहुंची मदद, पुलिस ने सीपीआर देकर युवक को भेजा हॉस्पिटल, बच गई जान

उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की तेज कार्रवाई की वजह से एक युवक की जान बचा ली गई. पुलिक कंट्रोल रूम में आधी रात को सूचना मिली कि एक युवक फांसी के फंदे पर लटक गया. इसकी जानकारी मिलने पर मौके पर पुलिस के जवान पहुंचे. पुलिस के जवानों ने युवक को उतारकर मौके पर ही सीपीआर दिया. समय रहते ही युवक को अस्पताल पहुंचाया गया.

सीपीआर देती हुई यूपी पुलिस

वैसे तो पुलिस कई बार अपने कामों की वजह से निशाने पर रहती है लेकिन, कभी-कभी ऐसे मामले भी सामने आते हैं जहां पुलिस की ही वजह से किसी की जान बच पाती है. ऐसा ही एक मामला कानपुर से सामने आया, जहां एक युवक फांसी लगाकर अपनी जान देने की पूरी कोशिश कर चुका था. उसने पूरा मन बना लिया था कि उसे सुसाइड करके अपनी जान देना है. लेकिन, सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने तुरंत युवक को फांसी से उतारा और उसको सीपीआर दिया गया. आनन-फानन में युवक को अस्पताल ले जाया गया. फिलहाल, डॉक्टरों की निगरानी में उसकी तबीयत ठीक है.

फांसी लगा चुका था युवक

कानपुर के थाना गुजैनी के पुलिसकर्मियों की तत्परता की वजह से युवक की जान बच पाई. ये मामला 9 अगस्त का है. देर रात लगभग 12 बजे कंट्रोल रूम में सूचना मिली कि थाना हनुमंत विहार क्षेत्र के खाड़ेपुर के पास श्रीराम गेस्ट हाउस के नजदीक वाली गली में एक युवक ने फांसी लगा ली है लेकिन, उसमें थोड़ी जान अभी बाकी है.

इस घटना की सूचना मिलते ही आरक्षी नागेंद्र सिंह चौहान और पायलट होमगार्ड पूर्णेश सिंह तत्काल घटना स्थल की ओर रवाना हुए. मौके पर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि युवक गंभीर हालत में फंदे पर लटका हुआ है. उसकी सांसें धीमी हो चुकी हैं. समय की गंभीरता को देखते हुए दोनों पुलिसकर्मियों ने बिना देरी किए युवक को नीचे उतारा और मौके पर ही सीपीआर (Cardio Pulmonary Resuscitation) देना शुरू किया.

कैसे बची जान?

पुलिसकर्मियों की ओर से कुछ देर तक ऐसी कोशिश की जाती रही. लगातार प्रयासों के बाद जब युवक की थोड़ी सांसें सामान्य होने लगीं तो उसे तुरंत हैलेट अस्पताल के लिए रवाना कर दिया गया. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर्स ने युवक की जांच की और बताया कि समय पर पहुंचने से युवक की जांच बच जाएगी. डॉक्टर्स ने बताया कि आम तौर पर अस्पताल पहुंचने में देरी होने की वजह से ज्यादातर मामलों में मौत हो जाती है लेकिन, इस मामले में सीपीआर देने और समय से अस्पताल पहुंचने युवक की जान बचाई जा सकी.

पुलिसकर्मियों का सीपीआर देते हुए वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोगों ने इसकी बहुत तारीफ की है. पुलिस के आलाधिकारियों ने भी इस काम की सराहना की. पुलिस आयुक्त कार्यालय की ओर से दोनों जवानों की सराहना करते हुए कहा गया कि यह घटना पुलिस की जनहित में त्वरित प्रतिक्रिया की नीति का शानदार उदाहरण है.