सामूहिक विवाह में अब नहीं हो सकेगी धोखाधड़ी, अंगूठा लगाकर एंट्री और चेहरे से लगेगी हाजिरी
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी. योजना में पारदर्शिता लाने व डिजिटल बनाने के लिए बायोमेट्रिक और फेस अटेंडेंस सिस्टम लागू किया गया है. अब शादी के लिए इच्छुक जोड़ों को कार्यक्रम में शामिल होने से पहले अंगूठा लगाकर या चेहरे से हाजिरी लगानी होगी. इससे योजना का लाभ वास्तविक पात्रों तक पहुंचेगा और वित्तीय अनियमितताएं रुकेंगी.

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब धोखाधड़ी कर पाना आसान नहीं होगा. अब इस तरह के सामूहिक विवाह सम्मेलनों में बायोमेट्रिक और फेस अटेंडेंस सिस्टम लागू किया गया है. यह योजना उन परिवारों के लिए बेहद कारगर है, जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती. इस योजना में लगातार आ रहे धोखाधड़ी के मामलों को देखते हुए बायोमैट्रिक और फेस अटेंडेंस सिस्टम को लागू किया गया है. इससे इस महत्वाकांक्षी योजना को डिजिटल और पारदर्शी बनाने में भी मदद मिलेगी.
कानपुर के जिला समाज कल्याण अधिकारी शिल्पी सिंह के मुताबिक योजना का संचालन वेब पोर्टल के जरिए ऑनलाइन किया जा रहा है. इसकी वजह से अब किसी भी तरह की अनियमितता की गुंजाइस नहीं रह जाएगी. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 से विभाग ने बायोमेट्रिक और फेस अटेंडेंस सिस्टम शुरू किया है. इसमें फिंगरप्रिंट और चेहरे की पहचान दोनों विकल्प उपलब्ध होंगे. इससे कार्यक्रम में पारदर्शिता आएगी. इस योजना के तहत पात्र जोड़ों (वर-वधू) को विवाह समारोह में शामिल होने से पहले हर हाल में बायोमेट्रिक या फेस अटेंडेंस कराना होगा.
हर जोड़े पर खर्च होंगे एक लाख रुपये
जिस भी जोड़े का बायोमेट्रिक या फेस अटेंडेंस नहीं होगा, उसे कार्यक्रम में शामिल नहीं किया जाएगा. यह प्रक्रिया बायोमेट्रिक डिवाइस, लैपटॉप या एंड्रॉइड मोबाइल से होगी. इस योजना के तहत हर जोड़े पर कुल एक लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. इसमें 60 हजार रुपये की नकद राशि डीबीटी के जरिए कन्या के खाते में ट्रांसफर होगी. वहीं 25 हजार रुपये की वैवाहिक उपहार दिया जाएगा. इसी प्रकार शेष 15 हजार रुपये कार्यक्रम के आयोजन पर खर्च होंगे.
सामूहिक विवाह के ये होंगे फायदे
जिला समाज कल्याण अधिकारी के मुताबिक सामूहिक विवाह के आयोजन में भोजन, पंडाल, फर्नीचर, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था शामिल है. उन्होंने बताया कि उपहार सामग्री में उच्च गुणवत्ता वाली पांच साड़ियां, चुनरी, पैंट-शर्ट का कपड़ा, चांदी की पायल-बिछिया, डिनर सेट, प्रेशर कुकर, कड़ाही, ट्रॉली बैग, वैनिटी किट, दीवार घड़ी, सीलिंग फैन, कूलर केस, आयरन प्रेस, डबल बेड शीट, कम्बल, गद्दा, तकिया, सिंदूर, चूड़ी और कंगन जैसी जरूरी वस्तुएं शामिल हैं. यह सामग्री नवविवाहित जोड़ों को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगी. उन्होंने बताया कि अब तक 360 से अधिक आवेदन मिल चुके हैं. इनकी जांच हो रही है.
2 नवंबर से शुरू होगा शादी समारोह
आवेदनों की जांच के बाद ब्लाक वार विवाह समारोहों का आयोजन किया जाएगा. यह अयोजन 2 नवंबर 2025 से शुरू होगा. उन्होंने बताया कि इच्छुक पात्र आवेदक विभागीय पोर्टल https://cmsvy.upsdc.gov.in पर विवाह तिथि से एक सप्ताह पूर्व तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. यह सुविधा इंटरनेट कैफे, जनसुविधा केंद्र या लोकवाणी केंद्र से ली जा सकती है. इस योजना में तीन लाख रुपये तक सालाना आय वाले आवेदक भाग ले सकते हैं.