DSP ऋषिका सिंह ने दबाए महिला कांवड़ियों के पैर, DIG-SSP तक कर रहे शिव भक्तों की सेवा

कांवड़ यात्रा के दौरान यूपी पुलिस दिन रात सुरक्षा व्यवस्था में जुटी है. कांवड़ियों की सुरक्षा के साथ पुलिस उनकी सेवा में भी लगी है. वहीं, मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के दौरान, डीएसपी ऋषिका सिंह ने अपनी ड्यूटी के साथ-साथ मानवीय सेवा का भी उदाहरण पेश किया है.

महिला कांवड़ियों के पैर दबाते DSP ऋषिका सिंह

कांवड़ यात्रा अपने शिखर पर है. रोजाना लाखों कांवड़ियों का आवागमन हो रहा है. कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा भी चाकचौबंद है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस के साथ-साथ रैपिड रिएक्शन फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं. इसके अलावा अधिकारी लगातार सड़कों पर घूम-घूम कर सुरक्षा व्यवस्थाओं का खुद ज्यादा ले रहे हैं. इस बीच मुजफ्फरनगर में कावड़ यात्रा के दौरान एक अनोखा पल देखने को मिला.

मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के दौरान, एक महिला पुलिस अधिकारी डीएसपी ऋषिका सिंह ने अपनी ड्यूटी के साथ-साथ मानवीय सेवा का भी उदाहरण पेश किया. उन्होंने थकी हुई महिला कांवड़ियों के पैर दबाकर उनकी थकान दूर की. ऋषिका सिंह ने बताया कि यह उनके लिए एक सामान्य कार्य है और वे अपनी ड्यूटी के साथ-साथ लोगों की सेवा करने में संतुष्टि महसूस करती हैं.

पीड़ा देख खुद को रोक नहीं सकीं DCP

सुरक्षा व्यवस्था और ड्यूटी के बीच यह एक ऐसी तस्वीर है जिसमें ड्यूटी और फर्ज के साथ-साथ श्रद्धा के भाव भी देखने को मिल रहे हैं. डीएसपी ऋषिका सिंह ड्यूटी के दौरान जब एक कैंप में पहुंची तो तभी कुछ महिला शिव भक्त कावड़िया पैदल यात्रा की वजह से पीड़ा महसूस कर रही थी. डीएसपी, इनकी पीड़ा देख खुद को रोक नहीं सकी और वहीं उन महिला शिव भक्त कावड़ियों के पैर दबाने लगी.

जब डीएसपी ऋषिका सिंह से इस बारे में बात की गई, तो उन्होंने कहा, ‘देखिए, जैसा हमारा उत्तर प्रदेश प्रशासन चाहता है. हमारे एडीजी, डीआईजी और एसएसपी सर भी यही अपेक्षा रखते हैं कि हम अपनी ड्यूटी के साथ-साथ जो महिला कावड़ियां हैं उनकी सेवा भी करें. ताकि उनकी यात्रा सकुशल बने. हमारा जितना भी छोटा-मोटा रोल है हम प्रोवाइड कर सकते हैं.

मुझे जो भी उस टाइम सही लगा मैंने किया- DCP

डीएसपी ऋषिका सिंह ने कहा कि मैं रात में ड्यूटी कर रही थी. शामली मुजफ्फरनगर बॉर्डर पर लालू खेड़ी चौकी के पास थोड़ा सा फ्लो ज्यादा रहता है, तो जब मैं वहां खड़ी थी. मैं एक्चुअली काफी दिनों से लोगों को ट्रैवल करते हुए देखती हूं. हमेशा एक क्वेश्चन आता है दिमाग में कि जब आप इतना पवित्र गंगाजल लेकर जा रहे हैं और इतना फुट से आप ट्रेवल कर रहे हैं, तो तकलीफ जरूर होती होगी.

उन्होंने कहा कि ऐसा मुझे महसूस हुआ, वहां कुछ महिला कावड़िया थी मैंने उनसे बात की. उन्होंने यह चीज सेम चीज जो मेरे दिमाग में थी चल रही थी वह मुझे बताई. मुझे जो भी उस टाइम सही लगा मैंने वह अपनी तरफ से किया है. मुझे इसके लिए कुछ क्रेडिट नहीं चाहिए. मेरे लिए यह बहुत नॉर्मल चीज है हम जितना प्रोवाइड कर सकें अपनी ड्यूटी के साथ-साथ लोगों की हेल्प कर सकें वह मेरे लिए सबसे ज्यादा सेटिस्फेक्शन की चीज़ है.

DIG और SSP ने फल जूस और पानी बांटे

इसके अलावा, सहारनपुर में कांवड़ यात्रा के दौरान ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला. जहां सहारनपुर रेंज के DIG अभिषेक सिंह और SSP आशीष तिवारी को भी शिव भक्तों की सेवा की. DIG और SSP ने सहारनपुर से होकर गुजर रहे कांवड़ियों को अपने हाथों से फल जूस और पानी का वितरण किया. सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो चुकी है जो 9 अगस्त तक जारी रहेगा.