नेपाल बॉर्डर पर निगरानी, रडार पर 500 मोबाइल नंबर… फरार सोहराब की तलाश में STF
तिहाड़ जेल से तीन दिन की परोल पर छूटा कुख्यात सीरियल किलर सोहराब फरार हो गया है. दिल्ली पुलिस, STF उसकी तलाश में जुटी हुई है. सोहराब और उसके भाई सलीम, रुस्तम लखनऊ के टॉप माफिया हैं. परोल का समय खत्म होने के बाद भी वह जेल से नहीं लौटा.
दिल्ली की तिहाड़ जेल से सीरीयल किलर तीन दिन की परोल पर छूटा था और फिर वो लखनऊ गया हुआ था. मगर अब ये कुख्यात सीरियल किलर फरार हो गया है. इस क्रिमिलन का नाम सोहराब है. फिलहाल, STF की टीम इसकी तलाश कर रही है. सोहराब कोई साधारण अपराधी नहीं है बल्कि, ये लखनऊ के टॉप माफियाओं में से एक है. इसके भाई सलीम और रुस्तम भी टॉप माफिया की लिस्ट में शुमार हैं.
सोहराब 1 जुलाई को परोल खत्म होने के बाद भी जेल वापस नहीं लौटा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सोहराब लखनऊ में पत्नी से मिलने के बाद मुरादाबाद और नेपाल बॉर्डर की ओर गया. STF ने नेपाल सीमा के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई टीमें तैनात की हैं. ताकि, सोहराब कहीं से भी बचकर न जा सके. यहां 500 से ज्यादा मोबाइल नंबरों की निगरानी भी की जा रही है.
सोहराब, सलीम और रुस्तम तीन भाई हैं, जो लखनऊ में सुपारी किलिंग, रंगदारी, हत्या और अवैध कब्जे जैसे संगीन अपराधों के लिए जाने जाते हैं. इनका नाम लखनऊ के टॉप-3 माफिया की लिस्ट में शामिल हैं. तिहाड़ जेल में बंद ये भाई कथित तौर पर जेल से ही अपने गिरोह को चलाया करते थे. सूत्रों के मुताबिक, ये व्यापारियों से शेल्टर मनी वसूलते और लोगों की मौत की सुपारी किलिंग भी दिया करते थे. सोहराब के खिलाफ कई थानों में हत्या, रंगदारी, और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हैं.
पत्नी से मिलने परोल पर गया था सोहराब
सोहराब को कोर्ट ने तीन दिन की परोल दी थी. इसके पीछे की वजह थी कि उसे लखनऊ में अपनी पत्नी से मिलना था. परोल के लिए लास्ट डेट 1 जुलाई को तय की गई थी. मगर सोहराब तिहाड़ जेल से वापस ही नहीं लौटा. जांच में सामने आया कि वो लखनऊ से मुरादाबाद और फिर नेपाल बॉर्डर की ओर गया. STF को उसकी लास्ट लोकेशन मुरादाबाद में मिली. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि सोहराब नेपाल में छिपा हो सकता है. पुलिस ने जब उसकी पत्नी और कुछ करीबी लोगों से पूछताछ की तो उन्हें इसके कई अहम सुराग मिले हैं. इसमें यह भी खुलासा हुआ कि सोहराब ने कई लोगों से रुपये उधार में लिए थे.
खतरनाक अपराधी के फरार होने की वजह से
सोहराब के फरार होने की गंभीरता को देखते हुए STF, दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने पड़कने के लिए मिलकर अभियान शुरू किया है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, बरेली और दिल्ली से लेकर नेपाल बॉर्डर तक STF की तीन टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं. करीब 500 मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही हैं, ताकि सोहराब के ठिकाने और उसके संपर्कों का पता लगाया जा सके.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने बताया कि सोहराब किसी अपराध को अंजाम दे सकता है. सोहराब दिल्ली जेल में था और वहां से वह पैरोल पर बाहर निकाला. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि यह संभावना है कि उसने किसी बड़े अपराध को करने की वजह से ऐसा किया है. पुलिसकर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है और उम्मीद है कि पुलिस को इसमें सफलता मिलनी चाहिए.