बांदा BJP में महासंग्राम, आपस में लड़ बैठे सदर विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष; किसने किया 120 करोड़ का घोटाला?

उत्तर प्रदेश के बांदा में भाजपा के सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी और जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल के बीच 120 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर तीखा विवाद चल रहा है. विधायक ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर गबन का आरोप लगाया है, जबकि अध्यक्ष ने विधायक और उनकी पत्नी पर बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप लगाया है.

बांदा में बीजेपी विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष में टकराव Image Credit:

उत्तर प्रदेश के बांदा में बीजेपी के दो नेताओं में महासंग्राम छिड़ गया है. एक तरफ जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल हैं तो दूसरी ओर सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी मोर्चा खोलकर बैठे हैं. दोनों तरफ से तलवारें खींच चुकी हैं. विधायक ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर 6 करोड़ 30 लाख लाख रुपये के गमन का आरोप लगाया है. वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष ने विधायक और विधायक की पत्नी सरिता द्विवेदी पर 120 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है.

सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. कहा कि उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप तथ्यहीन और बकवास है. उन्हें और उनकी पत्नी को बदनाम करने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष इस तरह के आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष खुद लगभग 6 करोड़ 30 लाख रुपये के गबन के आरोप हैं. इसकी जांच भी हुई है और जांच में इस बात की पुष्टि हुई है.

डीएम महोबा ने कराई थी जांच

जिला कलेक्टर महोबा ने इस मामले की जांच कराई थी. इसके बाद से ही बौखलाए जिला पंचायत अध्यक्ष उनके ऊपर इस तरह के आरोप लगा रहे हैं. उधर, जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता द्विवेदी और उनके पति सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने तहबाजारी के ठेके के नाम पर गड़बड़ी की है. इन्होंने 3 करोड़ 65 लाख की जगह केवल 1 करोड़ 65 लाख में ही ठेका जारी कर दिया.

2018 में जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं थी सरिता द्विवेदी

यह गड़बड़ी इसलिए हुई कि जिस कंपनी को ठेका दिया गया, उसमें ये लोग खुद भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि जांच कमेटी ने उनकी बात सुनी ही नहीं. बता दें कि वर्ष 2018 से 2020 तक प्रकाश द्विवेदी की पत्नी सरिता द्विवेदी बांदा जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं थी. यही नहीं, जिला पंचायत परिसर में ही चल रहे कृषि विश्वविद्यालय में फर्जी हस्ताक्षर से 11 नियुक्तियों का भी मामला है.