राहुल गांधी को एमपी-एमएलए कोर्ट से जमानत, मानहानि केस में हुई पेशी

राहुल गांधी को आज लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट से जमानत मिल गई है. मानहानि के मामले में आज सुनवाई की गई, जिसमें एमपी-एमएलए कोर्ट की तरफ से 20-20 हजार रुपये की जमानतें दाखिल करने का उन्हें आदेश दिया गया है.

राहुल गांधी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को एमपी-एमएलए कोर्ट ने जमानत दी है. इसके साथ ही एमपी-एमएलए कोर्ट ने बीस-बीस हजार की दो जमानतें दाखिल करने का भी आदेश दिया है. आज लखनऊ के जिला न्यायालय में चल रहे एक मानहानि मुकदमे में राहुल गांधी पेश हुए. राहुल गांधी दोपहर 1 बजे चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (अमौसी) पहुंचे, जहां से वह सीधे जिला न्यायालय गए.

राहुल गांधी के वकील ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस नेता के अदालत में पेश होने के बाद वो उनके जमानत को लेकर कोर्ट के समक्ष अपनी बात रखेंगे. यह शिकायत सीमा सड़क संगठन के सेवानिवृत्त निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने दर्ज कराई है.

किस मामले में हुई थी शिकायत?

शिकायत में कहा गया है कि 16 दिसंबर, 2022 को भारत जोड़ो यात्रा के समय अलग-अलग मीडियाकर्मियों और जनता को संबोधित करते हुए जो कहा वो सही नहीं है. उन्होंने बतायाय कि राहुल गांधी ने 9 दिसंबर (2022) को अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई झड़प के बारे में बात की. राहुल गांधी ने कहा कि लोग भारत जोड़ो यात्रा के बारे में तो पूछेंगे, लेकिन चीनी सैनिकों ने हमारे सैनिकों की पिटाई के बारे में एक बार भी नहीं पूछेंगे. इसी बयान को लेकर उनकी शिकायत की गई थी.

शुभांशु शुक्ला के घर जा सकते हैं

इसके बाद वो कांग्रेस नेता त्रिवेणी नगर में अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के घर भी जा सकते हैं. शुभांशु शुक्ला, जो देश के गौरवशाली अंतरिक्ष मिशनों का हिस्सा हैं. राहुल गांधी उनके घरवालों से मुलाकात कर राहुल गांधी उनका उत्साहवर्धन करेंगे. यह मुलाकात लखनऊ के लिए गर्व का क्षण होगा, क्योंकि शुभांशु ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन किया है.

सुरक्षा के किए गए हैं पुख्ता इंतजाम

राहुल गांधी के दौरे को देखते हुए लखनऊ पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं. उनके दौरे के सभी स्थानों अमौसी हवाई अड्डा, जिला न्यायालय, राधाग्राम, और त्रिवेणी नगर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. उनकी सुरक्षा गंभीरता के तहत विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा.