फर्जी बिलों के भुगतान में फंसे पूर्व CMO, वेतन से होगी वसूली; DCM ब्रजेश पाठक का भ्रष्टाचार पर कड़ा एक्शन
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने चिकित्सा विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने मिर्जापुर के पूर्व CMO से फर्जी बिलों के भुगतान के लिए ₹4.35 लाख की वसूली का आदेश दिए हैं. वहीं नर्सों के तबादले, प्राइवेट प्रैक्टिस और टेंडर अनियमितताओं में लिप्त कई अन्य अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की है.

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में साल 2022 में सीएमओ रहे डॉ. राजीव सिंघल पर आखिरकार गाज गिर ही गई. आरोप है कि उन्होंने गलत तरीके से फर्जी बिलों को पास किया और उनका भुगतान कराया. इस संबंध में आई शिकायतों की जांच में वह दोषी पाए गए हैं. इस मामले में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लेते हुए डॉ. सिंघल की एक वेतन वृद्धि रोकने के साथ ही 4 लाख 35 हजार रुपये की वसूली के आदेश दिए हैं. इसी के साथ डॉ. सिंघल को परिनंदा का भी दंड दिया गया है. इस समय मेरठ के प्यारे लाल शर्मा जिला चिकित्सालय में वरिष्ठ परामर्शदाता के रूप में तैनात हैं.
इसी क्रम में चिकित्सा उपचार विभाग में निदेशक रहे डॉ. पीएम श्रीवास्तव को नर्सों के तबादले में गड़बड़ी का आरोप लगा था. जांच में उनके ऊपर लगे आरोपों की पुष्टि हुई है. इसके बाद उनके पेंशन से अगले तीन साल तक 10 प्रतिशत की कटौती करने के आदेश दिए गए हैं. डॉ. श्रीवास्तव अब सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन का लाभ ले रहे हैं. इसी प्रकार प्रयागराज के राजकीय मेडिकल कॉलेज में नेफ्रोलॉजी विभाग के आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ. अरविन्द गुप्ताको प्राइवेट प्रैक्टिस करने का दोषी पाया गया है. इस मामले में सरकार ने उनकी तीन वेतनवृद्धि रोकने के आदेश दिए हैं.
ACS पर भी हुआ एक्शन
प्रदेश के डिप्टी सीएम ने अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन नहीं करने के आरोप में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. राजेश कुमार बरनवाल के खिलाफ भी कड़ा फैसला लिया है. डॉ. बरनवाल पर स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय देवरिया में प्रधानाचार्य रहते हुए 36 पदों पर आउटसोर्स ऑफ मैनपावर के आधार पर टेंडर नहीं निकालने काआरोप है. आरोप हैं कि उन्होंने जानबूझकर और बार-बार नए टेंडर निरस्त किए थे. इस प्रकार उन्होंने पुरानी संस्था के अनुबन्ध को विस्तार दिया था. इस मामले में डॉ. राजेश बरनवाल को परिनिन्दा का दंड देने के आदेश दिए गए हैं.
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल पर एक्शन
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कन्नौज के राजकीय मेडिकल कॉलेज में प्रभारी प्रधानाचार्य रहे डॉ. दिनेश सिंह मर्तोलिया के खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया है. आरोप है कि प्रिंसिपल रहते हुए उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर में साफ सफाई व अपशिष्ट निस्तारण के लिए अनुबन्धित संस्था का बिना सक्षम अनुमोदन के सेवा विस्तार दिया था. उनके खिलाफ आई शिकायत की जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद डिप्टी सीएम ने उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं. इस एक्शन के साथ ही डिप्टी सीएम ने साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार करने वाले बख्शे नहीं चाहेंगे. सरकार रिटायरमेंट के बाद भी उनसे वसूल करेगी.