चालान नहीं भरने पर 60 हजार लाइसेंस सस्पेंड, 3 लाख RC रद्द; कहीं आपकी गाड़ी पर भी तो नहीं हो गया एक्शन?

उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर बड़ी कार्रवाई हुई है. यहां लगभग 3 लाख वाहनों के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) रद्द किए गए हैं. वहीं 60 हजार ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) सस्पेंड कर दिए गए हैं. यह कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ की गई है जिन्होंने लंबे समय से ट्रैफिक चालान का भुगतान नहीं किया है. ट्रैफिक डायरेक्ट्रेट ने 5 या उससे अधिक चालान वाले वाहन मालिकों के खिलाफ यह कार्रवाई की है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश ट्रैफिक डायरेक्ट्रेट ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर बड़ा एक्शन लिया है. डायरेक्ट्रेट ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए करीब 3 लाख वाहनों की रजिस्ट्रेशन सार्टिफिकेट (RC) रद्द कर दी है, वहीं करीब 60 हजार लोगों के लाइसेंस (DL) सस्पेंड कर दिए हैं. यह कार्रवाई उन लोगों पर हुई है, जो ट्रैफिक नियमों लगातार उल्लंघन कर रहे थे. इनमें 4351 ट्रैफिक रूल्स वायलेटर अकेले लखनऊ में हैं. बड़ी बात यह कि ये सभी ट्रैफिक रूल्स वायलेटर्स चालान की राशि भी जमा नहीं कर रहे थे.

डायरेक्ट्रेट से मिली जानकारी के मुताबिक इस समय 5 हजार करोड़ रुपये से अधिक की चालान पेंडिंग है. ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर वाहनों के चालान किए गए, लेकिन वाहन चालकों ने इसका भुगतान नहीं किया है. ऐसे में ट्रैफिक डायरेक्ट्रेट ने अभियान चलाकर ऐसे वाहनों और वाहन मालिकों को चिन्हित कर यह कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के लिए भी ट्रैफिक डायरेक्ट्रेट ने एक क्राइटेरिया तय किया किया था. इसमें पांच या इससे अधिक चालान वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

ट्रैफिक नियम तोड़ने में बरेली अव्वल

डायरेक्ट्रेट के अधिकारियों के मुताबिक इस कैटेगरी में चिन्हित 3 लाख वाहनों और 58893 वाहन चालकों की डिटेल ट्रांसपोर्ट विभाग को कार्रवाई के लिए भेजी गई थी. इसके सापेक्ष ट्रांसपोर्ट विभाग ने अब तक 3964 आरसी रद्द कर दिया है. जबकि 1006 लाइसेंस सस्पेंड किए जा चुके हैं. बाकी आरसी और लाइसेंस पर कार्रवाई जारी है. अधिकारियों के मुताबिक ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के बाद चालान की राशि जमा नहीं करने के मामले में बरेली जोन टॉप पर है. यहां 21 हजार वायलेटर चिन्हित हुए हैं. इनमें से 5833 लाइसेंस सस्पेंड करने और 130 आरसी रद्द करने की सिफारिश की गई है. इसी प्रकार मेरठ जोन में 1323 वायलेटर चिन्हित कर 260 डीएल सस्पेंड किया गया है. आगरा जोन में 1585 डीएल सस्पेंड किए गए हैं, वहीं 30 हजार आरसी रद्द की गई हैं.

कई साल से पेंडिंग हैं चालान

अधिकारियों के मुताबिक बड़ी संख्या में ऐसे वाहन मालिक हैं, जो चालान की परवाह ही नहीं करते. साल 2021 में ही 67 लाख वाहनों के चालान हुए थे. इन पर 867 करोड़ रुपये का जुर्माना किया गया था. वहीं 2024 में चालान की संख्या बढ़ कर 1.36 करोड़ हो गई है. इसके सापेक्ष रिकवरी महज 105 करोड़ की हो सकी है.