अब बिजली विभाग को सीएम योगी का कड़ा संदेश, मीटिंग में बोले- सुधर जाओ वरना…
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली व्यवस्था की समीक्षा बैठक की. हाल में बिजली आपूर्ति में कमी को लेकर लगातार शिकायतें मिली हैं. सीएम योगी ने बैठक में बिजली विभाग को सख्त संदेश दिया है कि ट्रिपिंग, ओवरबिलिंग और कटौती बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हर मौसम में निर्बाध बिजली चाहिए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ऊर्जा विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में बिजली ट्रिपिंग, ओवरबिलिंग और अनावश्यक कटौती पर चिंता व्यक्त की. सीएम योगी ने कहा कि बिजली अब सिर्फ सेवा नहीं, आम आदमी की ज़रूरत और भरोसे से जुड़ा विषय बन गया है. ऐसे में ओवरबिलिंग और अनावश्यक कटौती अब किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी.
सीएम योगी को बैठक में बिजली विभाग की ओर से बताया गया कि जून में रिकॉर्ड 31,486 मेगावाट की मांग सफलतापूर्वक पूरी की गई. बढ़ती उमस और तापमान के कारण बिजली की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है. लेकिन इसके बावजूद शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे, तहसील स्तर पर 21.5 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे औसतन बिजली सप्लाई हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मौसम में निर्बाध बिजली चाहिए.
व्यवस्था सुधारो वरना… CM की कड़ी चेतावनी
प्रदेश भर में लगातार बिजली कटौती और विभाग के अधिकारियों के मनमानी की शिकायत आ रही है. बिजली मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने भी माना है कि बिजली विभाग के कर्मचारी बदमाशी करते हैं. वहीं, मुख्यमंत्री ने इसपर गहरी नाराजगी जताई है. उन्होंने बिजली अधिकारियों दो टूक कहा कि, ‘न पैसे की कमी, न बिजली की और न ही संसाधन कम है, व्यवस्था सुधारें नहीं तो कार्रवाई तय की जाएगी.’
उन्होंने बिजली आपूर्ति की फील्ड रियलिटी का लेखा-जोखा लिया. साथ ही सभी डिस्कॉम से जवाबदेही मांगी हैं. सीएम ने निर्देश दिया कि लाइन लॉस को कम से कम करने के लिए हर डिस्कॉम अपने स्तर पर ठोस प्रयास करे, ट्रांसफॉर्मर क्षमता बढ़ाने और तकनीकी जांच हो, कमजोर स्थानों की पहचान कर तुरंत सुधार कराया जाए. सीएम ने कहा कि हर उपभोक्ता को समय पर सही बिल मिलना चाहिए.
स्मार्ट मीटर और कृषि फीडरों के तेजी लाने के निर्देश
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा है कि फॉल्स या ओवरबिलिंग जैसी शिकायतें जन विश्वास को तोड़ती हैं और विभाग की साख को भी नुकसान पहुंचाती हैं. ऐसे में किसी स्तर पर लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हमारा दायित्व है कि हर नागरिक को बिना भेदभाव के पारदर्शी और समयबद्ध बिजली मिलती रहे. बैठक में स्मार्ट मीटरों के विस्तार और कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया.
मुख्यमंत्री ने स्मार्ट मीटरिंग के विस्तार के भी निर्देश दिए हैं. बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 31 लाख उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से जोड़े जा चुके हैं. इसपर उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को ब्लॉक स्तर तक ले जाए. साथ ही कृषि फीडरों के तेजी से पृथक्करण और सभी ट्यूबवेलों को सौर ऊर्जा से जोड़ने के निर्देश दिए हैं. ताकि किसानों को स्थायी राहत मिल सके और बिजली पर निर्भरता कम हो.



