मैनपुरी की दो सहेलियां… खाईं साथ जीने-मरने की कसमें, दूल्हा-दुल्हन बन शादी भी रचाई; फिर हुआ ये फैसला

मैनपुरी में दो सहेलियों की प्रेम कहानी इस समय चर्चा में है. एक ही कक्षा में पढ़ने वाली ये लड़कियां आपस में शादी कर चुकी हैं. घर वालों ने इन्हें मिलने से रोका तो ये कोर्ट पहुंच गईं. बाद में पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. दोनों की बड़ी देर तक काउंसलिंग कराई गई. इसके बाद दोनों ने अलग होने का फैसला किया है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में रहने वाली दो सहेलियों की हैरतंगेज प्रेम कहानी सामने आई है. एक ही कक्षा में पढ़ने वाली इन दोनों सहेलियों को आपस में ही प्यार हो गया. दोनों ने एक साथ जीने मरने की कसमें खाईं और फिर इनमें से एक दूल्हा बनी तो दूसरी दुल्हन बनकर एक दूसरे को वरमाला पहनाते हुए शादी भी रचा लीं. घर वालों को खबर मिली तो इनके घर से निकलने पर ही पाबंदी लगा दी गई. लेकिन, मौका मिलते ही ये दोनों कोर्ट पहुंच गई. आखिर में पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया, दोनों को थाने में बुलाकर अलग अलग और एक साथ बैठाकर खूब समझाया गया.

अब दोनों ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला तो कर लिया है, लेकिन शर्त रखी हैं कि आगे भी वह समय समय मिलती रहेंगी और कोई उन्हें रोकेगा नहीं. यह घटना इस समय सोशल मीडिया में खूब चर्चा में है. मामला मैनपुरी के करहल थाना क्षेत्र के एक गांव का है. पुलिस के मुताबिक एक ही गांव में रहने वाली और एक ही स्कूल में तथा एक ही कक्षा में रहने वाली इन दोनों सहेलियों ने बीते 23 अगस्त को शादी कर ली थी. अगले दिन किसी माध्यम से खबर इन दोनों के परिवार वालों को मिली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. आनन फानन में दोनों के ही परिवार के लोगों ने बात की और दोनों को एक दूसरे से मिलने से रोक दिया गया.

थाने में हुई पंचायत और काउंसलिंग

दोनों परिवारों को लगा कि अब मामला ठीक हो जाएगा. इसी के साथ दोनों ही परिवारों के लोग इन दोनों लड़कियों की शादी के लिए लड़का भी देखने लगे. इसी बीच खबर आई कि ये दोनों चुपके से ना केवल कोर्ट पहुंच गईं हैं, बल्कि दोनों शपथ पत्र भी दाखिल कर दिया है. इसमें दूल्हा बनी लड़की ने कहा है कि उसकी प्रेमिका को उसके परिवार वालों ने कैद कर लिया था और मिलने नहीं दिया जा रहा था. इसके बाद मामला पुलिस के पास आया. पुलिस ने दोनों लड़कियों को अपने अपने परिवार के साथ थाने में बुलाया. फिर दोनों की काउंसलिंग कराई गई. उन्हें बताया गया कि उनकी शादी को ना तो समाज मान्यता देगा और ना ही कानूनी मान्यता ही मिल सकती है.

फिर हुआ ये फैसला

काउंसलर ने दोनों को इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी समझाया. इसके बाद बड़ी मुश्किल से दोनों लड़कियों ने एक दूसरे का साथ छोड़ने की रजामंदी दे दी है. हालांकि इन दोनों सहेलियों ने भी शर्त रखा है कि वह दोनों भले ही अब अलग रहेंगी, लेकिन दोनों को भविष्य में कभी भी मिलने जुलने पर पाबंदी नहीं लगाई जाएगी. इन दोनों के परिजनों ने भी इसके लिए सहमति दे दी है. इसके बाद पुलिस ने दोनों से एक नया शपथ पत्र भरवाकर हस्ताक्षर कराने के बाद उन्हें अपने अपने परिजनों के साथ घर भेज दिया है.