हरिद्वार से 101 लीटर गंगाजल लाया शाकिर तो घरवालों ने भूखा रखा, अब बोला- हिंदू बन जाऊंगा

उत्तर प्रदेश के मेरठ के फलावदा का रहने वाला शाकिर शिव भक्त है. इस वजह से वो सावन के महीने में कांवड़ लेकर गया हुआ था. शाकिर को कांवड़ लाता हुआ देख उसके घरवालों ने उसका विरोध किया और ये सब छोड़ने की बात की. उन्होंने शाकिर को दो दिन तक खाना भी नहीं दिया. ऐसे में शाकिर अपनी तकलीफ लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचा.

कांवड़ लेकर पहुंचा शाकिर Image Credit:

उत्तर प्रदेश के मेरठ में कस्बा फलावदा का रहने वाला शख्स शाकिर कांवड़ लेकर आया. शाकिर की उम्र 20 साल है. कांवड़ आमतौर पर हिंदू धर्म से जुड़े हुए लोग लेकर जाते हैं. लेकिन, मुस्लिम समुदाय का युवक शाकिर जब कांवड़ लेकर आया तो घरवालों ने उसका जमकर विरोध किया. घरवालों पर ये आरोप शाकिर ने ही लगाया था. शाकिर ने कहा कि जब वो कावड़ लाने के बाद घर पहुंचा तो उसके घरवालों सहित कुछ और लोग लाठी डंडे लेकर खड़े हो गए थे. शाकिर ने कहा कि वो जैसे तैसे कर के वो वहां से जान बचा कर भगा. इसके बाद उसने पुलिस से शिकायत की.

सावन के महीने में लाखों लोग कावड़ लेकर जाते हैं, ऐसे ही एक मुस्लिम शिव भक्त ने सोचा कि वो भी कावड़ लेकर जाए. मेरठ के फलावदा थाना क्षेत्र के रहने वाले शाकिर ने हरिद्वार से 101 लीटर गंगाजल उठाया और लाकर भगवान शिव पर जलाभिषेक किया. शाकिर पिछले तीन सालों से शिव की भक्ति कर रहा है. इस बार हरिद्वार से कांवड़ लेकर लौटा था. रास्ते में खतौली के कांवड़ सेवा शिविर में उसे शील्ड देकर सम्मानित भी किया गया था.

लाठी डंडे लेकर धमकाया

शाकिर कीभगवान शिव के प्रति इसी आस्था और श्रद्धा को देखकर शाकिर के घरवाले आग बबूला हो गए. शाकिर ने आरोप लगाया कि उसके घरवालों और मोहल्ले के कुछ लोगों को इससे दिक्कत हुई. पीड़ित का आरोप है कि घर पहुंचते ही उसके माता-पिता और मोहल्ले वालों ने लाठी-डंडों से पीटने की कोशिश की और उसे धमकाया कि वो शिव की पूजा बंद कर दे. अगर वो नहीं माना तो उसे जान से मार देंगे. युवक ने बताया कि उसे दो दिन तक घर में भूखा भी रखा गया और खाने के लिए कुछ नहीं दिया गया.

इन सबके बाद शाकिर अपनी जान बचाकर थाने पहुंचा. पुलिस को दी गई तहरीर में शाकिर ने कहा कि उसे अब अपने ही घर में घरवालों से ही जान का खतरा है. शाकिर इतना डरा हुआ था कि अगर पुलिस उसकी मदद नहीं करती है तो वो हिंदू धर्म अपना लेगा.

शाकिर ने ये भी आरोप लगाया कि उसका पिता कोई काम नहीं करता और रोज उसपर 500 रुपये लाने को कहता है. चाहे वह भीख मांगे, चोरी करे या डकैती डाले. लेकिन, उसने मेहनत मजदूरी को चुना. युवक की तहरीर पर फलावदा पुलिस तुरंत उसके घर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी. इस मामले को पर एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि शाकिर के घरवालों से बात की गई, दोनों की आपस में बात करवा कर उनका समझौता करवा दिया है.