मेरठ में ‘इस्लामाबाद’ नाम की जगह! MLC ने जताया ऐतराज; बदलने की मांग तेज

मेरठ के एक इलाके के नाम 'इस्लामाबाद' होने को लेकर विवाद छिड़ गया है. एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज ने इस नाम पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे बदलने की मांग की है. उन्होंने अलग नाम का सुझाव भी दिया. साथ ही बताया कि सीएम योगी ने नाम को बदलने की इच्छा जताई है.

मेरठ में 'इस्लामाबाद' नाम की जगह को लेकर विवाद Image Credit:

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के नाम पर मेरठ शहर के एक इलाके का नाम होने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) धर्मेंद्र भारद्वाज ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए इलाके का नाम इस्लामाबाद से बदलने की मांग की है. इससे पहले उन्होंने विधान परिषद में भी इसको लेकर आवाज उठाया था.

धर्मेंद्र भारद्वाज ने कहा कि मेरठ शहर में जब वह इस इलाके से गुजरे और सड़क किनारे लगे बोर्ड पर ‘इस्लामाबाद’ का नाम देखा, तो उन्हें ऐसा अहसास हुआ जैसे वह पाकिस्तान में ही घूम रहे हो. उन्होंने कहा कि उनको वहां पाकिस्तान जैसी वाइब आई है. उनका कहना है कि स्वतंत्रता सेनानियों की धरती पर ऐसे नाम का बने रहना बेहद आपत्तिजनक है.

यह शहीदों के बलिदान का भी अपमान है

धर्मेंद्र भारद्वाज ने कहा कि आतंकवाद की जड़ें पाकिस्तान में रही हैं और हाल ही में पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भी उसी की देन था. ऐसे में पाकिस्तान की राजधानी के नाम पर हिंदुस्तान में किसी इलाके का नाम होना न केवल अनुचित है बल्कि शहीदों के बलिदान का भी अपमान है. उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद तो यह नाम और भी खटकने लगा है.

उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुस्तान की धरती पर पाकिस्तान की राजधानी का नाम होना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है. अगर किसी को आपत्ति हों तो वो पाकिस्तान में किसी इलाके का नाम हिंदुस्तान रखवाए. उन्होंने कहा कि मेरठ के एक उपनगर का नाम इस्लामाबाद होना उन्हें बेहद खलता है. बाकी किसी भी नाम पर उन्हें आपत्ति नहीं है.

मातादिन वाल्मीकि के नाम का दिया सुझाव

एमएलसी ने यह भी कहा कि यह मुद्दा उन्होंने विधान परिषद में उठाया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनकी बात को गंभीरता से लिया है. भारद्वाज के अनुसार, मुख्यमंत्री ने इस नाम को बदलने की इच्छा जताई है और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जा सकता है. एमएलसी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मातादिन वाल्मीकि नाम का सुझाव दिया है.