गंगा-यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा 74 किमी लिंक रोड, 740 एकड़ जमीन खरीदने की तैयारी हुई तेज

सरकार यमुना और गंगा एक्सप्रेस वे को जोड़ने की तैयारी कर रही है. इसके लिए 74 किलोमीटर लंबा लिंक रोड तैयार किया जाएगा. इसके लिए जल्द ही यमुना प्राधिकरण की तरफ से 740 एकड़ जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस परियोजना में तकरीबन 4000 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आने की उम्मीद है.

यमुना एक्सप्रेस वे ( सांकेतिक तस्वीर) Image Credit:

ग्रेटर नोएडा में गंगा एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) इस परियोजना को पूरा करेगा. इसके लिए यीडा क्षेत्र के 16 गांवों में लगभग 740 एकड़ जमीन खरीदी जाएगी.जमीन खरीद का सर्वे पूरा हो चुका है. जानकारी के मुताबिक जनवरी से जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

यह लिंक एक्सप्रेसवे करीब 74 किलोमीटर लंबा होगा. इसका निर्माण गंगा एक्सप्रेसवे के बुलंदशहर के सियाना क्षेत्र से शुरू होकर यमुना एक्सप्रेसवे के सेक्टर-21 फिल्म सिटी के पास जाकर जुड़ेगा. इसमें करीब 20 किलोमीटर हिस्सा यीडा क्षेत्र में पड़ेगा, जिसमें से 9 किलोमीटर एलिवेटेड रोड होगी. जमीनों का अधिग्रहण करने के लिए यमुना प्राधिकरण और किसानों के बीच बैठक होगी. इसमें किसामों की सहमति के बाद जमीन का अधिग्रहण होगी.

परियोजना में 4000 करोड़ का खर्च आने की उम्मीद

इस परियोजना पर करीब 1200 करोड़ रुपये जमीन खरीद में और कुल मिलाकर लगभग 4000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से आसपास के गांवों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी. इसके लिए 56 गांव की जमीनों का अधिग्रहण होगा जिसमें गौतमबुद्ध नगर के 8 गांव और बुलंदशहर जिले के 48 गांव शामिल हैं.

नोएडा दिल्ली आगरा मुंबई की यात्रा होगी आसान

इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, आगरा और मुंबई की यात्रा और भी आसान हो जाएगी. साथ ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सीधी कनेक्टिविटी मिलने से यात्रियों और व्यापार दोनों को बड़ा फायदा होगा. प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, जमीन खरीदने के बाद एक्सप्रेसवे का निर्माण काम यूपीडा की तरफ से ही कराया जाएगा और यह परियोजना क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाएगी.