गंगा ही नहीं रखने दे रहीं नए पुल की बुनियाद! प्रयागराज में हुई दो धारा, फिर NHAI ने ढूंढ निकाला ये उपाय
प्रयागराज में सिक्स लेन रिंग रोड पुल का निर्माण गंगा की दो धाराओं के कारण प्रभावित हो गया है. नदी में बुनियाद का काम ठप होने से NHAI ने नया रास्ता ढूंढ निकाला है. अब यहां अस्थाई पीपा पुल बनाकर रुके हुए 30 पिलर की बुनियाद डाली जाएगी. NHAI का लक्ष्य है कि अगले तीन महीनों में यह काम पूरा कर लिया जाए.
प्रयागराज में गंगा नदी में बन रहे सिक्स लेन रिंग रोड के पुल के काम में बड़ी बाधा आ गई है. संगम के पास गंगा के दो धाराओं में बंट जाने की वजह से नदी के अंदर पुल की बुनियाद रखने का काम ठप हो गया है. हालात को देखते हुए एनएचएआई ने भी बीच का रास्ता निकाल लिया है. अब एनएचएआई इस स्थान पर पहले पीपा का पुल बना रही है. फिर जगह मिलते ही बुनियाद रखने का काम शुरू किया जाएगा. एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक हर हाल में अगले तीन महीने के अंदर बुनियाद का काम पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है.
एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक प्रयागराज के समग्र विकास के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया है. इसी में एक प्रोजेक्ट रिंग रोड का भी है. इस प्रोजेक्ट के एक चरण में सड़क निर्माण है तो दूसरे चरण में सिक्स लेन पुल का निर्माण किया जाना है. यह काम पिछले साल जनवरी में महाकुंभ के समय ही शुरू कर दिया गया था. इसमें नीबी कला छतनाग से नैनी तक 3100 मीटर लंबा पुल बनाया जाना है. नैनी में यह पुल सरस्वती हाईटेक सिटी तक जाएगा.
50 पिलर का पूरा हो चुका है काम
इस पुल के लिए कुल 80 पिलर लगने हैं. इनमें से 50 पिलर की बुनियाद पहले ही रखी जा चुकी है. वहीं बाकी के 30 पिलर के बुनियाद भरने का काम मां गंगा ने ही रोक रखा है. यह बाधा गंगा के दो धाराओं में बंट जाने की वजह से आई है.इसमें एक धारा सरस्वती हाईटेक सिटी की ओर जा रही है तो दूसरी धारा छतनाग की ओर बह रही है. ऐसे में इन दोनों धाराओं के बीच रेत का टापू बन गया है. ऐसे हालात में पुल की बुनियाद भरने का काम प्रभावित हो गया है.
ऐसे पूरा होगा 30 पिलर का काम
एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक इन परिस्थितियों में सरस्वती हाईटेक सिटी की ओर 100 मीटर लंबा और छतनाग की ओर 300 मीटर लंबा पीपे का पुल बनाया जा रहा है. इसमें से सरस्वती हाईटेक सिटी की ओर का 100 मीटर लंबा पुल बनकर तैयार है, वहीं छतनाग वाले हिस्से पर काम तेजी से चल रहा है. यह पुल बनते ही बाकी बचे 30 पिलर की बुनियाद भरने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा. कार्यदायी संस्था के संचालक एसपी सोनी के मुताबिक अगले दो से तीन महीने के अंदर बुनियाद का काम पूरा करने के बाद ऊपर के हिस्से में काम शुरू करा दिया जाएगा.
