मेरठ टू प्रयागराज… ओपनिंग को तैयार गंगा एक्सप्रेसवे, 120 की स्पीड से दौड़ेंगी गाड़ियां, ये रही उद्घाटन की तारीख
गंगा एक्सप्रेसवे का उद्घाटन की तारीख आ गई है. पीएम मोदी 15 जनवरी को इसका लोकार्पण कर सकते हैं. फिलहाल 98% काम पूरा हो चुका है. यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक 120 किमी/घंटा की रफ्तार से यात्रा को महज 7 घंटे में पूरा करेगा. जिससे औद्योगिक विकास को गति मिलेगी. लगभग ₹1100 टोल चुकाना होगा.
सीएम योगी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक गंगा एक्सप्रेस वे के पूरा होने का इंतजार हर किसी को है. खुद सीएम भी चाहते थे कि बीते महाकुंभ से पहले इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन शुरू हो जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ऐसे में सीएम ने थोड़ी संख्ती की तो अधिकारियों ने ठीक एक साल बाद यानी इस माघ मेला से पहले इस एक्सप्रेस वे का लोकार्पण कराने का फैसला किया है. अधिकारियों ने इस एक्सप्रेस वे की लोड और सिक्योरिटी टेस्टिंग कर ली है. माना जा रहा है कि यह एक्सप्रेस वे 120 की स्पीड के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है.
अधिकारियों के मुताबिक इस एक्सप्रेस वे का काम 98 फीसदी से अधिक हो चुका है. एक सेक्शन में फीनिसिंग का थोड़ा सा काम बाकी है, लेकिन इसे भी 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद इस एक्सप्रेस वे को ट्रायल के लिए खोल दिया जाएगा. इस ट्रायल से पहले रोड सेफ्टी एवं क्वालिटी एक्सपर्ट की टीम लगातार निरीक्षण कर रही है. वहीं 15 दिन तक ट्रॉयल के बाद इस एक्सप्रेस वे का लोकार्पण कर दिया जाएगा. माना जा रहा है कि मकर संक्रांति के अवसर पर 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण कर सकते हैं.
एक्सप्रेस वे में 1498 बड़े स्ट्रक्चर
यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक मेरठ से प्रयागराज तक कुल 594 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे में 1498 बड़े स्ट्रक्चर बनाए गए हैं. इनमें से 1497 स्ट्रक्चर का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है. अब तीसरे खंड में केवल उन्नाव-हल्द्वानी सेक्शन में महज 2 फीसदी काम बाकी है. उधर, पहले खंड यानी मेरठ से बदायूं तक काम पूरा हो चुका है. 129 किमी लंबे इस खंड में 322 बड़े स्ट्रक्चर हैं और इनका काम पूरा हो चुका है. इस एक्सप्रेस वे पर 5 स्थानों पर हवाई पट्टी बनी है. इस हवाई पट्टी पर आपात स्थिति में लड़ाकू जहाजों को उतारा जा सकेगा.
औद्योगिक विकास को मिलेगी रफ्तार
यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक इस एक्सप्रेस से पूरब से पश्चिम तक उत्तर प्रदेश में आवागमन तेज होगा. इससे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ व प्रयागराज में औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी. इसके अलावा इस एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा भी बनाया जा रहा है. इस एक्सप्रेस को अभी मेरठ से प्रयागराज तक ही फाइनल रूप दिया गया है, लेकिन इसके दूसरे चरण में मेरठ से हरिद्वार और दूसरे छोर पर प्रयागराज से बलिया तक विस्तार देने का काम भी शुरू हो गया है.
करीब 1100 रुपये देना होगा टोल
गंगा एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. हालांकि अभी तक इस आधिनिक एक्सप्रेस वे के लिए टोल दरों का निर्धारण नहीं हुआ है. अधिकारियों के मुताबिक इस सड़क पर वाहन चालकों से उनके द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर टोल वसूल किया जाएगा. उम्मीद है कि कार/हल्के वाहनों से 2.55 रुपये प्रति किमी टोल वसूला जाए. ऐसे में मेरठ से प्रयागराज जाने पर करीब 1100 रुपये टोल चुकाना होगा. इसी प्रकार बस/ट्रक से 8.15 रुपये प्रति किमी, टोल लिया जाएगा. इसी प्रकार भारी निर्माण वाहनों से 12.55 रुपये और ओवरसाइज वाहनों से 16.05 रुपये प्रति किमी टोल वसूली हो सकती है.
7 घंटे में पूरा होगा सफर
मेरठ से प्रयागराज जाने के लिए अभी आगरा-कानपुर या अलीगढ़ कानपुर के रास्ते सफर करना होता है. इस सफर में 11 से 12 घंटे तक का वक्त लग जाता है. यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक इस एक्सप्रेस वे से यात्रा करने पर मेरठ से प्रयागराज का सफर महज 6 से 7 घंटे में पूरा होगा. इस एक्सप्रेस वे पर वाहन चालक बड़े आराम से 120 किमी की स्पीड से फरार्टा भरते हुए अपने गंतव्य को जा सकेंगे. इस सड़क पर जनसुविधाओं का भी पूरा ख्याल रखा गया है. सड़क के दोनों तरफ 4-4 सीएनजी स्टेशन व पेट्रोल पंप के अलावा फूड प्लाजा का भी निर्माण कराया जा रहा है.
