बाढ़ क्षेत्र में जाकर बनाई रील तो होगी कार्रवाई… प्रयागराज के DM ने दी चेतावनी
प्रयागराज में जहां एक तरफ गंगा-यमुना की बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं तो वहीं कुछ लोग यहीं रील बनाने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं. इसके चलते कई हादसे भी हो चुके हैं और प्रशासन का राहत कार्य प्रभावित हो रहा है. प्रयागराज के डीएम ने ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है.

प्रयागराज इन दिनों गंगा और यमुना में आई भीषण बाढ़ से जूझ रहा है. जिले के 108 गांव और 8 शहरी मोहल्ले पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में हैं. इसके चलते हजारों लोग अपने घर छोड़कर राहत शिविरों में शरण ले चुके हैं. बाढ़ का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, लेकिन कुछ लोगों के लिए़ ये हालात भी महज मनोरंजन के साधन बनते जा रहे हैं. लोग यहां स्टंटबाजी करते हुए रील बनाते नजर आते हैं. इसकी वजह से पिछले कुछ दिनों में कई हादसे भी हो चुके हैं.
लेकिन कुछ लोग अपना गैर- जिम्मेदाराना रवैया दिखाने से बाज नहीं आ रहे हैं. अब प्रयागराज जिला प्रशासन ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के मूड में दिखाई दे रहा है.
पुल पर दिनभर रहती है भीड़
प्रयागराज के नए यमुना पुल पर दिनभर भीड़ लगी रहती है. लोग दोपहिया और चारपहिया वाहनों से बाढ़ का नज़ारा देखने, वीडियो बनाने और सेल्फी खींचने के लिए दूर- दूर से यहां आ रहे हैं. नतीजा ये है कि ट्रैफिक जाम और अफरातफरी के हालात पैदा हो रहे हैं. इसके अलावा सबसे बड़ी चिंता है इन एक्टिविटीज की वजह से बढ़ते हादसे और प्रशासन की मुश्किलें.
बाढ़ में लापरवाही की वजह से कई लोगों की मौत हो चुकी है. एक युवक पुल से रील बनाते हुए नीचे गिर गया, जबकि दो अन्य सेल्फी लेते वक्त नदी में डूब गए. मंगलवार को थरवई में बाढ़ के पानी में नहाते समय पांच लड़के बह गए, जिनमें से 3 की मौत हो गई.
DM ने दी चेतावनी
जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है. DM मनीष कुमार वर्मा ने कहा है कि जो लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों को पिकनिक स्पॉट बना रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि ये समय रील बनाने या वाटर स्पोर्ट्स का नहीं है, बल्कि सतर्क और सुरक्षित रहने का है.



