साहित्यकारों की प्रतिमाएं, किड्स जोन और फूड प्लाजा… प्रयागराज में बनेगा साहित्यिक पार्क

प्रयागराज की पहचान धार्मिक ,साहित्यिक और सांस्कृतिक नगरी के रूप में हैं . महाकुंभ 2025 के भव्य और दिव्य आयोजन से इसकी धार्मिक पहचान और बढ़ी हैं. सरकार अब इस शहर की साहित्यिक और सांस्कृतिक पहचान को नया स्वरूप देते हुए इसे साहित्य तीर्थ के रूप में विकसित कर रही है.

प्रयागराज में12 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा साहित्यिक पार्क Image Credit:

प्रयागराज, अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के अलावा, अब साहित्यिक तीर्थ के रूप में विकसित हो रहा है. प्रयाग नगरी में 12 करोड़ रुपए की लागत से साहित्यिक पार्क का निर्माण किया जा रहा है. इसमें हिंदी के प्रमुख साहित्यकारों की प्रतिमाएं, एक विशाल पुस्तकालय, कन्वेंशन हॉल और बच्चों के लिए मनोरंजन क्षेत्र शामिल होंगे. इसका निर्माण अगले महीने से शुरू हो जाएगा.

यह पार्क प्रयागराज की समृद्ध साहित्यिक विरासत को प्रदर्शित करेगा और पर्यटकों को आकर्षित करेगा. इसका निर्माण ढाई एकड़ जमीन में किया जा रहा है, जिसके लिए भूमि भी चिन्हित कर ली गई है. इसके लिए कुल 1203.08 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत हुई है. इसके लिए टेंडर भी खुल चुके हैं और तकनीकी इवेल्यूएशन की प्रक्रिया जारी है.

सीएनडीएस को निर्माण की जिम्मेदारी

प्रदेश सरकार प्रयागराज को साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में संरक्षित और प्रचारित करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है. साहित्यिक पार्क का निर्माण कार्य अगले महीने से शुरू हो जाएगा. इससे स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों को इस धरोहर के बारे में जानकारी मिल सकेगी. नगर निगम प्रयागराज इसका निर्माण कर रहा है, जिसकी कार्यदाई संस्था सीएनडीएस है.

सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित कुमार राणा बताते हैं कि प्रयागराज के अरैल क्षेत्र में शिवालय पार्क के निकट इसका निर्माण किया जा रहा है. ढाई एकड़ में इसका निर्माण किया जा रहा है जिसके लिए भूमि भी चिन्हित कर ली गई है. इसके लिए कुल 1203.08 लाख की धनराशि स्वीकृत हुई है. इसके लिए टेंडर भी खुल चुके हैं. तकनीकी इवेल्यूएशन की प्रक्रिया जारी है.

साहित्यिक पार्क के अंदर क्या-क्या होंगे?

राणा का कहना है कि सबसे पहले यहां सरस्वती पैवेलियन का निर्माण होगा जिसमें हिंदी के प्रमुख 16 साहित्यकारों की प्रतिमाएं लगाई जाएंगी. यहां त्रिवेणी एमफी थियेटर का भी निर्माण होगा जहां सांस्कृतिक आयोजन संपन्न होंगे. पार्क के अंदर एक विशाल लाइब्रेरी कन्वेंशन हाल होगा जिसमें इन साहित्यकारों द्वारा सृजित साहित्य और उनकी स्मृतियों का संकलन होगा.

इसके अलावा, इसी के अंदर पुस्तक विक्रय केंद्र भी होगा ताकि साहित्य प्रेमी साहित्यकारों की पुस्तकों को अपने साथ ले जा सके. पार्क में एक किड्स जोन भी बच्चों के लिए बनाया जाएगा. साथ ही पर्यटकों के खाने पीने के लिए एक फूड प्लाज़ा का भी निर्माण होगा. प्रयागराज में साहित्य तीर्थ क्षेत्र का निर्माण शहर की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने में मदद करेगा. साथ ही साहित्य प्रमियों के लिए अच्छा वातावरण तैयार होगा.