दो टाउनशिप, दो लाख घर… प्रयागराज में आशियाना बनाने का आने वाला है मौका, हो जाएं तैयार
प्रयागराज में दो नई टाउनशिप विकसित होने जा रहा है. इसके लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. एक 600 एकड़ में जबकि दूसरी 1800 एकड़ में फैली होगी. इस हाउसिंग योजना का लक्ष्य करीब दो लाख लोगों को बसाना है.

संगम नगरी प्रयागराज में अब सस्ते दामों पर आशियानों की कमी नहीं होगी. जिले में दो बड़ी टाउनशिप का विकास किया जा रहा है. फाफामऊ में बनने वाली दो टाउनशिप में एक करीब 600 एकड़ में फैला होगा, इसके लिए लगभग 2,500 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा. जबकि 1,800 एकड़ पर एक और टाउनशिप की योजना बन रही है.
उत्तर प्रदेश हाउसिंग एंड डेवलपमेंट बोर्ड प्रयागराज के फाफामऊ में दो टाउनशिप का विकास कर रहा है. बोर्ड के सचिव नीरज शुक्ला ने बताया कि इस हाउसिंग योजना का लक्ष्य करीब दो लाख लोगों को बसाना है. इसे आवास विकास परिषद के नाम से भी जाना जाता है. फाफामऊ प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
बोर्ड के सचिव नीरज शुक्ला ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. किसानों को नोटिस जारी किए गए हैं. उन्हें सर्किल रेट से चार गुना अधिक मुआवजे मिलेगा. फाफामऊ टाउनशिप हमारी प्राथमिकता होगी, दूसरी योजना भी विचाराधीन है. हम उपयुक्त भूमि की पहचान और अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रयागराज के प्रमुख हिस्सों से जुड़ेगी टाउनशिप
प्रस्तावित 1,800 एकड़ की टाउनशिप में एक समर्पित फ्लाईओवर आने की उम्मीद है, जो इसे प्रयागराज के प्रमुख हिस्सों से जोड़ेगा. अधिकारियों ने कहा कि इस तरह का बुनियादी ढांचा टाउनशिप की पहुंच को बेहतर बनाएगा. जो इसे नए आवास के लिए एक सेंटर हब के रूप में स्थापित करेगा.
फाफामऊ प्रोजेक्ट को प्राकृतिक खतरों से सुरक्षित रखने के लिए, बोर्ड ने 10 गांवों के लिए कई साइट के निरीक्षण किए हैं. अधिकारियों ने गंगा के बाढ़ पैटर्न का अध्ययन किया ताकि प्रस्तावित टाउनशिप की संवेदनशीलता का आकलन किया जा सके. टाउनशिप को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विकसित नहीं किया जाएगा.
अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होगी टाउनशिप
अधिकारियों ने कहा कि फाफामऊ टाउनशिप में आधुनिक आवास, नागरिक सुविधाएं और उन्नत सुविधाएं होंगी, जिसका उद्देश्य प्रयागराज में बढ़ते आवासीय दबाव को कम करना है. टाउनशिप से आवासीय क्लस्टर, पार्क, सामुदायिक स्थान और बेहतर बुनियादी ढांचे के साथ भविष्य के निवासियों को बेहतर जीवन गुणवत्ता मिलने की उम्मीद है.
शहरी योजनाकारों का मानना है कि ये दोनों योजनाएं प्रयागराज के हाउसिंग नक्शे को बदल सकती हैं. नए आवासीय क्षेत्र बना सकती हैं और रियल एस्टेट व बुनियादी ढांचे में निवेश आकर्षित कर सकती हैं. एक बार लागू होने के बाद ये दोनों प्रोजेक्ट प्रयागराज को एक नए शहरी विकास केंद्र में बदलने की उम्मीद है, जिससे हजारों परिवारों को आवास की तलाश में राहत मिलेगी.