डॉ. रामविलास वेदांती का निधन, मंदिर आंदोलन में थी अहम भूमिका, 73 की उम्र में ली अंतिम सांस

राम मंदिर आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले पूर्व सांसद और श्रीराम जन्मभूमि न्यास के संस्थापक सदस्य राम विलास वेदांती का 73 साल की उम्र में निधन हो गया है. सांसद रहते हुए उन्होंने संसद से लेकर सड़कों तक राम मंदिर निर्माण की आवाज को मजबूती से उठाया. अब उनके निधन की खबर मिलते ही अयोध्या सहित पूरे संत समाज और राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है.

राम विलास वेदांती

श्रीराम जन्मभूमि न्यास के संस्थापक सदस्य और पूर्व सांसद राम विलास वेदांती का निधन हो गया है. इसकी जानकारी वशिष्ठ पीठाधीश्वर डॉ. राघवेश दास वेदांती ने दी. बता दें कि रामविलास वेदांती रीवा के एक कार्यक्रम में मौजूद थे. इस दौरान भोजन करने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. तत्काल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालात बिगड़ने पर उन्हें एयर एंबुलेंस की मदद से भोपाल एम्स में भर्ती कराने की कोशिश की गई लेकिन कोहरे के चलते यह लैंड नहीं कर सकी.

डॉ. राघवेश दास वेदांती ने जानकारी देते हुए बताया कि महाराज जी के निधन हो गया है. 16 दिसंबर 2025, दिन मंगलवार को उनकी शोभायात्रा निकाली जाएगी. यह अयोध्या स्थित हिंदू धाम आश्रम से सुबह लगभग 10:30 बजे के बाद प्रारंभ होगी. इसमें देशभर से संत-महात्मा, साधु-संत, रामभक्त, श्रद्धालु एवं गणमान्य नागरिक शामिल होंगे.

डॉ. वेदांती के निधन पर सीएम योगी ने भी श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है क राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख स्तंभ, पूर्व सांसद और अयोध्या धाम स्थित वशिष्ठ आश्रम के पूज्य संत डॉ. रामविलास वेदांती महाराज का गोलोकगमन आध्यात्मिक जगत और सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! उनका जाना एक युग का अवसान है. धर्म, समाज व राष्ट्र की सेवा को समर्पित उनका त्यागमय जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है .प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोक संतप्त शिष्यों एवं अनुयायियों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.

साल 1990 में राम मदिर आंदोलन में देशभर से साधु-संत शामिल हुए थे. इसमें एक प्रमुख चेहरा डॉक्टर रामविलास दास वेदांती का भी माना जाता है.कहा जाता है कि जब 1992 में विवादित ढांचे को गिराने के लिए कर सेवक इकट्ठा हुए थे तो उस वक्त मंच से रामविलास दास वेदांती ही सभा को संबोधित कर रहे थे.

हिंदूवादी नेता और फायर ब्रांड नेता के तौर पर भी डॉक्टर रामविलास दास वेदांती का एक अलग पहचान थी. वह अक्सर राम मंदिर आंदोलन को धार देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते थे. वह 1996 व 1998 में दो बार सांसद भी रहे हैं. इस दौरान उन्होंने संसद से लेकर सड़कों तक राम मंदिर निर्माण की आवाज को मजबूती से उठाया.