सीनियर करते थे प्रताड़ित इसलिए पटरी पर लेट गया जूनियर इंजीनियर, फिर…
शाहजहांपुर में एक जूनियर इंजीनियर ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी. हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही उसका सिर धड़ से अलग हो गया. परिजनों का आरोप है कि उसे एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के द्वारा लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. जिसके चलते उसने ये खौफनाक कदम उठाया.

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में सिंचाई विभाग में कार्यरत जूनियर इंजीनियर ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी. मृतक संतोष कुमार मूल रूप से रायबरेली का रहना वाला था. घटना के वक्त वो शाहजहांपुर में मौजूद था. आत्महत्या के इरादे से पहले वो शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा, जहां वो पंजाब मेल के सामने रेलवे ट्रैक पर लेट गया. हादसा इतना दर्दनाक था कि उनका सिर, धड़ से अलग हो गया.
परिजनों ने लगाए ये आरोप
मृतक के परिजनों का आरोप है कि उसने विभागीय उत्पीड़न से तंग आकर ऐसा खौफनाक कदम उठाया है. परिजनों के मुताबिक 2 महीने पहले संतोष कुमार की कार्यस्थल पर ही एग्जीक्यूटिव इंजीनियर से नोकझोक हो गई थी, जिसके बाद से वो तनाव में था. उनका कहना है कि उस पर लगातार काम का दबाव डालकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. आरोप ये भी है कि एक बार उसने इसकी शिकायत करने का फैसला किया लेकिन अपनी नौकरी बचाने के लिए वो पीछे हट गया.
घर से चुपके से निकला
मृतक संतोष का सेलेक्शन 2020 में सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर हुआ था. उसकी पत्नी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं और अपनी 2 बेटियों के साथ रहती हैं. आत्महत्या से पहले वह रोज की तरह सुबह उठा, पूजा-पाठ किया और नाश्ते के बाद घर से निकल गया. परिजनों ने सोचा कि वो किसी काम से कहीं गया होगा. लेकिन इसके थोड़ी देर बाद ही उनको पता चला कि एक शख्स ने पंजाब मेल के सामने पटरी पर लेटकर अपनी जान दे दी है. उन्होंने पता किया तो वो संतोष ही निकला.
पत्नी ने ये कहा
घटना के तुरंत बाद जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. तलाशी के दौरान उसकी जेब से एक आई कार्ड मिला है. परिजनों ने पुलिस से पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है. तो वहीं उसकी पत्नी का कहना है कि उसके पति आत्महत्या जैसा कदम ऐसे ही नहीं उठा सकते, इसके पीछे जरूर कोई बड़ी वजह रही होगी.



