काशी में चलेगी देश की पहली हाइड्रोजन बेस्ड वाटर टैक्सी, आज केंद्रीय मंत्री करेंगे शुभारंभ; जानें किराया
देश की पहली हाइड्रोजन आधारित वाटर टैक्सी वाराणसी में शुरू होने जा रही है. केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल गुरुवार को इसका शुभारंभ करेंगे. यह टैक्सी फिलहाल नमो घाट से रविदास घाट तक चलेगी, जो गंगा को स्वच्छ रखने और हरित पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक होगी. 50 यात्री क्षमता वाली यह स्वदेशी टैक्सी प्रदूषण मुक्त परिवहन का एक नया अध्याय लिखेगी.
बनारस में कल यानी गुरुवार से देश की पहली हाइड्रोजन बेस्ड वाटर टैक्सी चलने जा रही है. गंगा की लहरों के बीच यह वाटर टैक्सी फिलहाल नमो घाट से रविदास घाट के बीच संचालित होगी. हालांकि जल्द ही इसका विस्तार कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव तक और फिर काशी से अयोध्या तक करने की भी योजना है. यह वाटर टैक्सी सुबह दस बजे से रात आठ बजे तक चलेगी. इसमें फ्यूल भरने के लिए नमो घाट और असि घाट पर दो हाइड्रोजन पंपिंग स्टेशन बनाए गए हैं. भविष्य में पंपिंग स्टेशनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.
वाराणसी में स्वच्छ गंगा और ग्रीन पर्यावरण की दिशा में इसे भारत सरकार की बड़ी पहल और स्थानीय सांसद व देश के प्रधानमंत्री का बनारस के लोगों के लिए शानदार तोहफा बताया जा रहा है. इस वाटर टैक्सी का शुभारंभ गुरुवार को केंद्रीय जल परिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल करेंगे. इस वाटर टैक्सी में सवारी कर पयर्टकों को कुछ बेहतर अनुभूति तो होगी ही, इसमें बैठे-बैठे ही वह काशी के विभिन्न घाटों का दीदार कर सकेंगे. इस वाटर टैक्सी का संचालन शिपिंग कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया करेगा.
एक बार 50 लोग कर सकेंगे सवारी
अधिकारियों के मुताबिक इस वाटर टैक्सी में 50 लोगों के बैठने की क्षमता होगी. इसे पूर्णतया स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया है. इस वाटर टैक्सी का निर्माण कोच्चि शिपयार्ड में हुआ है और इसके निर्माण पर दस करोड़ रुपये का खर्च आया है. देश के पहले हाइड्रोजन चलित वाटर टैक्सी के चलने को गंगा में प्रदूषण मुक्त परिवहन सेवा के रूप में भी देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि काशी में वाटर टैक्सी की सफलता के बाद देश के अन्य हिस्सों में भी इस तरह की वाटर टैक्सी उतारी जा सकती हैं.
500 रुपये हो सकता है किराया
अधिकारियों के मुताबिक इस वाटर टैक्सी के फ्यूल के रूप में हाइड्रोजन की आपूर्ति के लिए बेंगलुरु की कंपनी न्यू इंडिया को जिम्मेदारी दी गई है. इस कंपनी ने बनारस के नमो घाट और असि घाट पर दो हाइड्रोजन पंपिंग स्टेशन बना दिए हैं. इन पंपों पर हाइड्रोजन की आपूर्ति भी यही कंपनी करेगी. अभी तक इस वाटर टैक्सी के किराए की आधिकारिक घोषणा तो नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि नमो घाट से असि घाट के बीच प्रति व्यक्ति 500 रुपया किराया हो सकता है. वहीं बाद में सेवा कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव तक या अयोध्या तक विस्तार होने पर नए सिरे से किराए का निर्धारण होगा.
