हर-हर महादेव… जयकारों से गूंजा काशी विश्वनाथ मंदिर, पहले सोमवार को उमड़ा आस्था का सैलाब; पुष्प वर्षा से भक्तों का स्वागत

सावन के पहले सोमवार को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है. मंदिर परिसर हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा. मंगला आरती के बाद से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं. यह शिवभक्ति का अद्भुत नजारा अगले एक महीने तक जारी रहेगा. इस दौरान शिवभक्तों का स्वागत पुष्पवर्षा से हुआ.

श्रद्धालुओं का स्वागत पुष्प वर्षा से हुआ

वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. सावन के पहले सोमवार पर हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा है. मंगला आरती के बाद से श्रद्धालुओं और कांवड़ियों का दर्शन पूजन जारी है. मंदिर में बाहर शिवभक्तों की लंबी कतारें लगी हैं, सावन की पहली सोमवारी पर देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु महादेव का जलाभिषेक करने पहुंचे हैं.

आज सावन के पहले सोमवार पर बाबा विश्वनाथ के चल प्रतिमा का श्रृंगार किया जाएगा. सावन के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं और कांवड़ियों का स्वागत लाल कालीन पर पुष्प वर्षा से हुआ. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि श्रावण के पहले सोमवार को महादेव की मूर्ति का श्रृंगार होगा और श्रद्धालुओं को बाबा विश्वनाथ के नीलकंठ स्वरूप के दर्शन का मौका मिलेगा.

मंदिर को विशेष तरीके से सजाया गया

आज पूरा काशी भक्तिमय हो उठा है और ये शिलशिला अगले एक महीने तक जारी रहेगा. सावन के पहले सोमवार को आस्था की ऐसी बाढ़ आई कि पूरा मंदिर परिसर शिवभक्तों के जनसागर से लहलहा उठा है. भक्त कतारबद्ध होकर हाथ में जल का लोटा और कलश लिए जयघोष करते हुए शिवलिंग के दर्शन की प्रतिक्षा में हैं. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को विशेष तरीके से सजाया गया है और सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई है.

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रथम सोमवार को संकल्प पाठ और सोमवासरीय रूद्राभिषेक किया गया. विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा हर सोमवार को रुद्राभिषेक और संकल्प पाठ किया जाता है. वही, पूरे काशी में शिवभक्तों की भारी भीड़ है, हर तरफ सिर्फ एक गूंज- हर हर महादेव… वहीं, भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने को लेकर सुरक्षा की चाकचौबंद है.

कांवड़ियों के रूप में पुलिस की लगाई गई ड्यूटी

डीसीपी (क्राइम) सरवनन तंगमणि ने बताया, ‘आज पहला सोमवार है, बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं, 2,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. पीएसी की छह कंपनियां, सीआरपीएफ की दस कंपनियां तैनात हैं. जल पुलिस, एनडीआरएफ, बाढ़ राहत कंपनी तैनात की गई है. भीड़ और यातायात प्रबंधन के लिए दस ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. कांवड़ियों के रूप में पुलिस ड्यूटी पर है.’