40 साल बाद खुला सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का ताला, विहिप ने शिवलिंग स्थापित करके शुरू की पूजा

वाराणसी में सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का ताला 40 साल के बाद खुला. विश्व हिंदू परिषद् के लोगों ने यहां शिवलिंग की स्थापना करके पूजा-पाठ शुरू किया. अब यहां पर भक्तों की भीड़ लग रही है और हर-हर महादेव के नारों से इलाका गूंज उठा है.

सिद्धिश्वर महादेव मंदिर Image Credit:

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सुबह 9 बजे अचानक से मदनपुरा के गोल चबूतरा के सिद्धिश्वर महादेव मंदिर के आस-पास अचानक हलचल शुरू हो गई. यहां विश्व हिन्दू परिषद् के कुछ लोग अचानक से पहुंचते हैं और मंदिर का ताला खुलवाकर शिवलिंग स्थापित कर दिया. वहां पहुंचे लोगों ने यहां महादेव की मंत्रोच्चारण के साथ पूजा पाठ शुरू कर दिया.

विश्व हिंदू परिषद् के लोगों ने कहा कि यहां मंदिर में सावन के महीने में पूजा शुरू कराने की बात पहले से तय थी. अब सावन के तीसरे सोमवार पर बाबा का जलाभिषेक किया जाएगा. ये जानकारी विश्व हिंदू परिषद् के लोगों ने टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत के दौरान दी.

40 साल बाद खुला ताला

तीन सौ साल पुराने सिद्धिश्वर महादेव मंदिर का ताला चालीस साल बाद खुल गया और पूजा पाठ शुरू हो गया. पिछले साल दिसंबर में ये मंदिर खोजा गया था. तब से यहां पूजा पाठ शुरू करने की मांग उठ रही थी. स्कन्द पुराण के काशी खंड में इस मंदिर का वर्णन है. मदनपुरा के गोल चबूतरा स्थित सिद्धिश्वर महादेव मुस्लिम बहुल इलाके में है लेकिन, आज घंट और घड़ियाल के साथ हर हर महादेव के उद्घोष ने इलाके में सनातनी भक्तों में उत्साह भर दिया है.

दक्षिण भारत से एक कपल सिद्धिश्वर महादेव के दर्शन करने मदनपुरा पहुंचा. पति पत्नी ने दर्शन करने के बाद ख़ुद को भाग्यशाली बताया और कहा कि बाबा विश्वनाथ की विशेष कृपा रही कि उनको ऐसा मौका सावन में मिला. कई और श्रद्धालु ये ख़बर सुनते ही कि चालीस साल बाद मंदिर के कपाट खुले हैं वो सिद्धिश्वर महादेव के दर्शन करने पहुंचे.

हर-हर महादेव के नारे गूंजे

चालीस साल बाद सिद्धिश्वर महादेव का ताला खुलने से भक्तों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है. यहां पर साफ-सफाई और गंगाजल से मंदिर को धुलकर शिवलिंग स्थापित की गई और फिर जलाभिषेक हुआ. यहां पर भक्तों के हर-हर महादेव के नारे से पूरा इलाका गूंज उठा.