ASP मुकेश प्रताप समेत 6 पर FIR, लखनऊ में फंदे से लटका मिला था पत्नी का शव
एएसपी मुकेश प्रताप सिंह पर उनकी पत्नी नितेश की संदिग्ध मौत के आरोप लगे हैं. पुलिस ने एएसपी समेत उनके परिवार के 6 लोगों पर FIR दर्ज की है. उनकी पत्नी के भाई की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है. नितेश का शव 30 जुलाई को लखनऊ में फंदे से लटका मिला था.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तैनात सीबीसीआईडी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) मुकेश प्रताप सिंह अपनी पत्नी नितेश की संदिग्ध मौत के मामले में गंभीर आरोपों के घेरे में आ गए हैं. नितेश के भाई प्रमोद की तहरीर के आधार पर लखनऊ पुलिस ने सोमवार को एएसपी मुकेश समेत 6 लोगों पर हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज किया है. दो दिन पहले एएसपी की पत्नी का शव लखनऊ में फंदे से लटका मिला था.
एएसपी मुकेश प्रताप के अलावा उनके पिता रमेश चंद्र वर्मा, मां सुधा चंद्रा, तहसीलदार भाई अनुभव चंद्रा और बहन आस्था के खिलाफ हत्या और उत्पीड़न की धाराओं में महानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया है. यह मामला तब सामने आया जब 30 जुलाई को नितेश का शव पुलिस लाइन ट्रांजिट हॉस्टल स्थित आवास में फंदे पर लटका मिला था. आरोप है कि मुकेश ने अपने परिजनों के साथ हत्या की साजिश रची थी.
ASP की अन्य महिला के साथ संबंध- प्रमोद
ASP की पत्नी के भाई ने दावा किया कि मुकेश का किसी अन्य महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसके चलते वह उसकी बहन को लगातार प्रताड़ित करते थे. जब इसकी शिकायत परिवार वालों से की गई, तो मुकेश के माता-पिता, भाई और बहन ने समझौता कराने के बजाय नितेश को और परेशान किया. मुकेश अक्सर नितेश को धमकाते थे. परिजनों ने नितेश पर तलाक का दबाव भी बनाया.
प्रमोद ने बताया कि 30 जुलाई को दोपहर करीब 12:30 बजे उनकी नितेश से फोन पर बात हुई थी. उस समय सब कुछ सामान्य था और नितेश ने अपनी मां को लखनऊ लाने को कहा था. क्योंकि मुकेश तीन दिन की ड्यूटी के लिए वाराणसी जा रहे थे. लेकिन, दोपहर सवा तीन बजे उनकी भांजी का फोन आया, जिसमें उसने बताया कि मुकेश और नितेश के बीच किसी बात को लेकर तीखी झड़प हुई थी.
साक्ष्यों की गहन पड़ताल कर रही पुलिस
प्रमोद का कहना है कि भांजी ने दावा किया कि झगड़े के दौरान मारपीट भी हुई और नितेश पंखे से लटकी मिलीं. प्रमोद देर शाम लखनऊ पुलिस लाइन पहुंचे, जहां नितेश का शव फर्श पर पड़ा था और आसपास काफी लोग जमा थे. प्रमोद ने इसे साजिशन हत्या करार देते हुए शनिवार रात पुलिस को तहरीर सौंपी, जिसके आधार पर कार्रवाई शुरू हुई और आज केस दर्ज किया गया है.
पुलिस उपायुक्त (मध्य) आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रमोद की तहरीर के आधार पर मुकेश प्रताप सिंह और उनके चार परिजनों के मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. मौत के पीछे की सच्चाई जानने के लिए पुलिस अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, फॉरेंसिक जांच और अन्य साक्ष्यों की गहन पड़ताल कर रही है.



