सीट का विवाद या पुरानी रंजिश, चलती ट्रेन में कैसे हुआ दीपक का मर्डर? सांस थमने तक पीटते रहे बदमाश

उत्तर प्रदेश के बागपत में चलती ट्रेन में एक युवक की निर्मम हत्या का काला सच सामने आ गया है. इस झगड़े के पीछे पुरानी रंजिश का मामला सामने आया है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. वहीं बाकी आरोपियों की पहचान कर उनकी तलाश में दबिश तेज कर दी गई है.

सांकेतिक तस्वीर, श्रोत: Meta AI Image Credit:

उत्तर प्रदेश के बागपत में चलती ट्रेन के अंदर एक युवक की पीट-पीटकर हत्या का डरावना सच सामने आ गया है. परिजनों ने जीआरपी को दिए शिकायत में इस घटना को पुरानी रंजिश का परिणाम बताया है. वहीं वारदात के वक्त ट्रेन में मौजूद एक चश्मदीद ने भी पुलिस को आंखों देखी कहानी सुनाई है. आम यात्रियों को डराने वाली यह कहानी सुनकर हरकत में आई पुलिस ने शनिवार को पूरी रात दबिश दी और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं रविवार को इन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर जेल भेज दिया गया है.

यह वारदात शुक्रवार की शाम का है. इसमें बागपत के खेकड़ा कस्बे में रहने वाले दीपक यादव की चलती ट्रेन में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. दीपक दिल्ली के भगीरथ पैलेस में नौकरी करता था और रोज दिल्ली शामली पैसेंजर ट्रेन से अपडाउन करता था. आरोप है कि दीपक के साथ बदमाशों का झगड़ा सीट को लेकर शुरू हुआ और फिर 15 से 20 लोगों ने यात्रियों से भरी ट्रेन के अंदर पीट-पीटकर दीपक की हत्या कर दी. चश्मदीद ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि आरोपी दीपक को तब तक पीटते रहे, जबतक कि उसकी जान नहीं निकल गई. इसके बाद आरोपी शव को ट्रेन के डिब्बे में ही छोड़ कर फरार हो गए.

परिजनों ने लिखाई नामजद रिपोर्ट

सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची जीआरपी ने शव की पहचान कराई और परिजनों को सूचित किया. इसके बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी. परिजनों ने अपनी शिकायत में बताया कि दीपक रोज इसी ट्रेन से अपडाउन करता था. कुछ दिन पहले दिल्ली से लौटते समय इसी ट्रेन में खेकड़ा के ही रहने वाले राहुल बाबा और उसके साथियों के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था. इसके बाद आरोपियों ने योजनावद्ध तरीके से शुक्रवार को इस वारदात को अंजाम दिया. वारदात के वक्त दीपक अपने साले और अहिरान के रहने वाले विरेंद्र के साथ ट्रेन में सफर कर रहा था.

ट्रेन धीमी होते कूद कर भाग गए बदमाश

विरेंद्र ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि जैसे ही ट्रेन दिल्ली से रवाना हुई, एक संदिग्ध युवक आकर उसके पास बैठ गया. फिर फरकपुर में ट्रेन रुकी तो करीब 15 से 20 लड़के और चढ़ गए. यहां से ट्रेन चलने के साथ ही इन लोगों ने दीपक से झगड़ा शुरू कर दिया और मारपीट करने लगे. विरेंद्र के मुताबिक जीजा को पिटते देखकर उसने बचाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उसके साथ भी मारपीट की. कहा कि आरोपी पूरी तैयारी के साथ आए थे और जान निकलने तक उसके जीजा को पीटते रहे थे. वहीं ट्रेन जैसे ही खेकड़ा स्टेशन पर रूकने के लिए धीमी हुई, चलती ट्रेन से सभी आरोपी फरार हो गए.