नोएडा में CBI का बड़ा एक्शन, इंटरपोल-FBI के साथ इंटरनेशनल साइबर क्राइम नेटवर्क का किया पर्दाफाश

नोएडा में CBI ने साइबर क्राइम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. नोएडी में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय साइबर क्राइम नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है. इस गिरोह ने अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाते हुए $8.5 मिलियन (लगभग 71 करोड़ रुपये) की ठगी की. CBI ने अवैध कॉल सेंटर से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया.

नोएडा में इंटरनेशलन साइबर क्राइम नेटवर्क का खुलासा Image Credit:

नोएडा में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए इंटरनेशनल साइबर क्राइम नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. यह नेटवर्क 2022 से अमेरिकी नागरिकों को निशाना बना रहा था और अब तक लगभग 71 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका था. CBI ने यह कार्रवाई अमेरिकी खुफिया एजेंसी FBI से मिली इनपुट के आधार पर की है.

CBI ने इस मामले में 9 दिसंबर 2025 को मामला दर्ज किया. इसके बाद दिल्ली, नोएडा और कोलकाता में कई स्थानों पर छापेमारी की. इस बीच जांच एजेंसी ने नोएडा में एक अवैध कॉल सेंटर से 6 आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. ये अमेरिकी सरकारी एजेंसियों जैसे- FBI और DEA के फर्जी अधिकारियों की तरह बात करते थे.

ड्रग डिलीवरी का दिखाते थे डर, फिर ठगी

CBI जांच से पता चला कि यह नेटवर्क क्राइम से होने वाले पैसे को वर्चुअल एसेट्स और बैंक ट्रांसफर के जरिए चैनल कर रहा था. इसके बाद गैर-कानूनी कॉल सेंटर और आरोपियों के ठिकानों पर तलाशी की गई. इस दौरान 1.88 करोड़ रुपये कैश, 34 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और क्राइम से जुड़े कई संगीन डॉक्यूमेंट्स बरामद किए गए.

आरोपी पीड़ितों को यह झांसा देते थे कि उनके सोशल सिक्योरिटी नंबर (SSN) का इस्तेमाल ड्रग डिलीवरी और मनी लॉन्ड्रिंग में हुआ है. उनके सभी बैंक खातों और संपत्तियों को फ्रीज़ किया जा रहा है. आरोपी इसी डर का फायदा उठाकर पीड़ितों को लाखों डॉलर क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स और विदेशी बैंक खातों में ट्रांसफर कराने के लिए मजबूर करते थे.

‘ऑपरेशन चक्रा’ के तहत मिली बड़ी सफलता

नोएडा से CBI ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें शुभम सिंह (डॉमनिक), डाल्टनलियन (माइकल), जॉर्ज टी ज़ामलियनलाल (माइल्स), एल सेइमिनलन हाओकिप (रॉनी), मंगखोलुन (मैक्सी) और रॉबर्ट थांगखान्खुआल (डेविड) शामिल है. CBI अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य साथियों, विदेशी खातों और धन के अंतिम गंतव्य की जांच कर रही है.

CBI ने बताया कि यह कार्रवाई उसके चल रहे OPERATION CHAKRA का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके तहत INTERPOL और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर साइबर अपराध के बड़े नेटवर्क पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. एजेंसी का कहना है कि यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.