बेगूसराय से बलिया तक 24 मुकदमे, 50 हजार का इनाम; कौन है डबलू यादव? जिसका UPSTF ने किया एनकाउंटर

यूपी एसटीएफ ने बिहार के बेगूसराय में आतंक का पर्याय रहे डबलू यादव को मुठभेड़ में मार गिराया है. लगभग 17 सालों तक बिहार में आतंक का साम्राज्य चलाने वाले डबलू पर 24 से ज़्यादा मुकदमे दर्ज थे. हाल ही में एक हम पार्टी नेता की हत्या के बाद उस पर 50,000 का इनाम रखा गया था. यूपी के हापुड़ में हुई इस मुठभेड़ ने बिहार में एक लंबे डर का अंत किया है.

बिहार के बदमाश डबलू यादव का हापुड़ में एनकाउंटर

यूपी एसटीएफ ने बिहार के बेगूसराय में आतंक का पर्याय बन चुके डबलू यादव को एक ही गोली में ढेर कर दिया है. करीब 17 साल से यह बदमाश बिहार में खौफ का दूसरा नाम बन चुका था. उसके खिलाफ बिहार के बेगूसराय से उत्तर प्रदेश के बलिया तक कुल 24 मुकदमे दर्ज हैं. जबकि लूट, डकैती और मारपीट, राहजनी और फिरौती के इससे भी अधिक मामले ऐसे भी हैं, जिनमें पीड़ित इसके डर से थाने तक नहीं पहुंचे. इस प्रसंग में उसकी डबलू यादव की पूरी कहानी बताएंगे.

अभी दो महीने पहले 24 मई को बिहार में जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता राकेश कुमार को फिरौती के लिए अगवा किया था. बाद में उनकी हत्या हो गई थी. बदमाशों ने राकेश का शव बालू में गाड़ दिया था. इस मामले में हम नेता राकेश कुमार के परिजनों ने डबलू यादव पर हत्या का आरोप लगाते हुए बेगूसराय में सड़क पर प्रदर्शन भी किया था. बिहार पुलिस का भी मानना है कि यह वारदात किसी और ने नहीं, बल्कि डबलू यादव ने ही अंजाम दिया है.

50 हजार का इनामी बदमाश

चूंकि इस वारदात के बाद से ही डबलू यादव फरार था. इसलिए पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया. उसी समय से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. इसी दौरान बिहार पुलिस को डबलू यादव की लोकेशन यूपी के हापुड़ में मिली. इसके बाद बिहार पुलिस ने यूपी एसटीएफ को लोकेशन शेयर करते हुए पूरी जानकारी दी और फिर एसटीएफ के साथ मिलकर सोमवार की अल सुबह हापुड़ में इस कुख्यात बदमाश का एनकाउंटर किया है. बिहार पुलिस के मुताबिक इस बदमाश का बेगूसराय में बहुत खौफ था.

सूरजभान बनना चाहता था डबलू

लोग इसके खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस में जाने से भी डरते थे. 2017 में इसने एक मुकदमे में गवाह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. बिहार पुलिस के मुताबिक डबलू यादव ने करीब 15 साल पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा था. उसके बाद से इसने ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दिया. एक अनुमान के मुताबिक इसने लूट, डकैती, रंगदारी, अपहरण और फिरौती के 50 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है.

ज्ञानडोल गांव का रहने वाला था डबलू

हालांकि इनमें से बमुश्किल 24 मुकदमे ही पुलिस ने दर्ज किए हैं. इनमें भी 22 मुकदमे बेगूसराय में दर्ज हुए हैं. वहीं 23 मामला मुंगेर में और 24 उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में दर्ज है. पुलिस के मुताबिक इस बदमाश का रोल मॉडल मोकामा गैंग के मुखिया सूरजभान हैं. उन्हीं की तरह यह राजनीति में भी आने की फिराक में था. बिहार पुलिस के मुताबिक डबलू यादव साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र में ज्ञानडोल गांव का रहने वाला था.

बचपन से ही मनबढ़ था डबलू

वह बचपन से ही मनबढ़ टाइप का आदमी था. इसने 14 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था, लेकिन इसके खिलाफ बिहार पुलिस ने पहला मुकदमा 32 साल की उम्र में लिखा. यह मामला मारपीट का था. इस मुकदमे के बाद इस बदमाश ने हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, रंगदारी, अपहरण और फिरौती के अलावा लूट, गवाहों पर हमले जैसी वारदातों को अंजाम दिया. इस बदमाश ने अपना गैंग बना रखा था. इसकी गैंग में 15 से अधिक बदमाश थे.