राघवेंद्र वाजपेयी मर्डर: कौन हैं एक-एक लाख के इनामी राजू और संजय, जिन्हें एनकाउंटर में मार गिराया गया

यूपी पुलिस ने 5 महीने पहले हुए मर्डर में शामिल दो शूटरों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. दोनों शूटरों का एनकाउंटर सीतापुर में हुआ. ये शूटर पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी के मर्डर में शामिल थे और 5 महीने से फरार चल रहे थे. इन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था.

राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या में शूटर मारे गए

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में राघवेंद्र वाजपेयी हत्याकांड में शामिल शूटर मुठभेड़ में मारे गए हैं. यूपी STF और सीतापुर पुलिस की संयुक्त टीम ने आज रात को पिसावा में इनका एनकाउंटर किया. इस एनकाउंटर में दो शूटर शामिल हैं. इसमें एक का नाम राजू तिवारी उर्फ रिजवान और संजय तिवारी उर्फ अकील है. इन पर एक-एक लाख का इनाम भी घोषित था. पुलिस काफी समय से इन शूटरों की तलाश कर रही थी.

बीती रात को 2025 को उत्तर प्रदेश यूपी एसटीएफ और सीतापुर पुलिस की संयुक्त टीम ने सीतापुर जिला के थाना पिसावां में मुठभेड़ में दो बदमाशों को मार गिराया. मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए दोनों बदमाशों को तुरंत इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया. उनकी हालत नाजुक थी ऐसे में उन्हें तुरंत जिला अस्पताल सीतापुर रेफर किया गया. इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. 8 मार्च को इन्होंने बाइक से जा रहे पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

कौन थे दोनों शूटर?

मृतकों की पहचान राजू तिवारी उर्फ रिजवान और संजय तिवारी उर्फ शिब्बू उर्फ शकील खान के रूप में हुई है. दोनों सीतापुर के अटवा के रहने वाले हैं. इन दोनों बदमाशों की पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या के मामले में तलाश की जा रही थी. 5 महीने के लंबे समय के बाद भी पुलिस इन दोनों अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी. पुलिस के मुताबिक, दोनों बदमाश लंबे समय से फरार थे और इनके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती सहित दो दर्जन से ज्यादा के आपराधिक मामले दर्ज थे.

राजू तिवारी उर्फ रिजवान ने साल 2006 में थाना लखीमपुर खीरी, जनपद लखीमपुर खीरी में उप निरीक्षक परवेज अली की धारदार हथियारों से काटकर हत्या की थी. हत्या के बाद उनकी सरकारी रिवॉल्वर लूट ली थी. वहीं, संजय तिवारी उर्फ शकील खान ने साल 2011 में थाना मचरहेता, सीतापुर में देवी सहाय शुक्ल की गोली मारकर हत्या की थी.

एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश ने क्या कहा?

मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से हथियार, कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है. पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि, यह पता लगाया जा सके कि क्या इन बदमाशों के अन्य साथी भी सक्रिय हैं. STF के ADG अमिताभ यस ने बताया कि एक बड़ी सफलता है. दोनों बदमाश कुख्यात अपराधी थे और पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या सहित कई गंभीर अपराधों में शामिल थे.