लिव-इन पार्टनर का घोंटा गला, फिर सूटकेश में भर यमुना में बहा दिया शव; इतनी सी बात पर हैवान बन गया प्रेमी
कानपुर के हनुमंत विहार में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही एक युवती की उसके प्रेमी ने हत्या कर दी. यही नहीं, वारदात के बाद आरोपी ने शव को सूटकेस में भरकर यमुना नदी में फेंक दिया. मामले की जांच करते हुए पुलिस ने प्रेमी और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है.
उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर में लिव-इन रिलेशनशिप में रही एक युवती की हत्या का मामला सामने आया है. आरोपी प्रेमी ने वारदात के बाद शव को सूटकेस में भर दिया और फिर अपने दोस्त की मदद से उसे 100 किलोमीटर दूर ले जाकर यमुना नदी में फेंक दिया. मामले की जांच कर रही पुलिस ने दोनों आरोपी प्रेमी और उसके दोस्त को अरेस्ट किया है. पुलिस ने जरूरी पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. अब पुलिस मृत युवती के शव की तलाश में जुटी है.
मामला कानपुर के हनुमंत विहार का है. पुलिस के मुताबिक कानपुर देहात में सुजनीपुर गांव के रहने वाले विजयश्री की 20 वर्षीय बेटी आकांक्षा उर्फ माही यहां बर्रा स्थित एक रेस्टोरेंट में नौकरी करती थी. कुछ समय पहले ही आकांक्षा इंस्टाग्राम के जरिए फतेहपुर में बिदंकी क्षेत्र के हरीखेड़ा गांव में रहने वाले सूरज उत्तम के संपर्क में आई थी. धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ीं और तीन महीने पहले आकांक्षा ने सूरज के कहने पर बर्रा का रेस्टोरेंट छोड़ दिया और हमीरपुर रोड स्थित कान्हा रेस्टोरेंट में नौकरी शुरू कर दी थी. इसके बाद दोनों ने हनुमंत विहार में किराए का घर लेकर लिव-इन में रह रहे थे.
21 जुलाई को हुई वारदात
पुलिस के मुताबिक बीते 21 जुलाई को आकांक्षा को कहीं से जानकारी मिली कि सूरज के संबंध अन्य लड़कियों से भी हैं. इस बात पर दोनों के बीच काफी विवाद भी हुआ था. यह विवाद इतना बढ़ा कि रात में करीब 10.30 बजे दोनों में हाथापाई हुई और उसी समय सूरज ने गला घोंटकर आकांक्षा की हत्या कर दी. इस वारदात के बाद उसने एक बड़े से सूटकेश में आकांक्षा के शव को भरा और जाफरगंज में रहने वाले अपने दोस्त आशीष को बुलाया. फिर दोनों सूटकेश को बाइक पर रखकर चिल्ला पुल ले आए और यहां यमुना नदी में फेंक दिया.
ऐसे की गुमराह करने की कोशिश
पुलिस के मुताबिक वारदात के बाद सूरज आकांक्षा के परिजनों को गुमराह करने के लिए उसके मोबाइल से उन्हें लगातार मैसेज भेज रहा था. यहां तक पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की. इसके लिए उसने आकांक्षा के मोबाइल को ट्रेन में रख दिया था. इधर, कई दिनों से बात नहीं होने पर आकांक्षा के परिजनों को शक हुआ और उन्होंने पहले सूरज से बात की. जब उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वूमेन हेल्पलाइन पर फोन कर शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद 8 अगस्त को हनुमंत विहार थाने में अपहरण का मुकदमा लिखा गया.
ऐसे हुआ खुलासा
मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने आकांक्षा और सूरज की काल डिटेल निकाली. उनके लोकेशन की पड़ताल की. इस दौरान पाया गया कि घटना वाले दिन से तीन दिन तक आकांक्षा और सूरज के मोबाइल की लोकेशन एक ही जगह थी. दोनों के बीच लगातार बातचीत भी हुई थी. इसी आधार पर पुलिस ने सूरज से सख्ती से पूछताछ की. इस दौरान उसने वारदात कबूल लिया. फिर पुलिस ने उसकी निशानदेही और पहचान के आधार पर उसके दोस्त को भी अरेस्ट कर लिया है.
