टैटू के फेर में फंसा ‘हिस्ट्रीशीटर’ पति, ‘G’ नाम गुदवाने पर की थी पत्नी की हत्या; सनक और शक की खूनी दास्तां

वाराणसी पुलिस ने एक ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझा दी है. आरोपी कोई और नहीं बल्कि मृतक महिला का पति निकला है. उसने 'G' अक्षर के टैटू को लेकर पत्नी की हत्या की थी. वह दूसरे शख्स के नाम का टैटू समझ बैठा, जबकि वह उसका ही घर का नाम था. पुलिस ने टैटू के सुराग से शव की पहचान की और फरार पति को गिरफ्तार किया.

टैटू ने सुलझाई हत्या की गुत्थी!

एक शक इंसान को किस हद तक अंधा कर सकता है, इसकी खौफनाक बानगी वाराणसी और जौनपुर के सीमावर्ती इलाके में देखने को मिली. जिस पति के नाम का टैटू पत्नी ने अपने हाथ पर गुदवाया था, उसीने महज एक अक्षर के शक में उसका चेहरा पत्थर से कूच कर मार डाला. पुलिस ने इस ‘ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री’ का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किय़ा है.

आरोपी पति प्रदीप मिश्रा (48) ऑटो चालक है. मृतक पत्नी लक्ष्मी ने अपने हाथ पर ‘G’ अक्षर का टैटू बनवाया था. इसको लेकर अक्सर झगड़ा होता था. पति पूछता, “एक हाथ में मेरे और तुम्हारे नाम का टैटू है, तो दूसरे हाथ में ये ‘G’ किसका नाम है? लक्ष्मी कहती ‘G’ का मतलब ‘गुड्डू’ है, जो प्रदीप का ही घर का नाम है, लेकिन प्रदीप ने हत्या की खौफनाक साजिश रच दी.

चाय पिलाने के बहाने बुलाकर बेरहमी से हत्या

आपराधिक मानसिकता वाला प्रदीप 19 दिसंबर को अपनी बहन के घर जौनपुर (चंदवक) गया था. वहां फिर वही विवाद हुआ. रात करीब 11 बजे शातिर प्रदीप ने एक सोची-समझी साजिश रची. उसने लक्ष्मी को चाय पिलाने के बहाने बाहर बुलाया. रास्ते में दानगंज के पास उसने ऑटो रोका और अपने ही मफलर से लक्ष्मी का गला घोंट दिया.

इतना ही नहीं, गुस्सा इस कदर हावी था कि उसने पास पड़े सीमेंटेड पत्थर से लक्ष्मी का सिर और चेहरा बुरी तरह कुचल दिया ताकि उसकी पहचान न हो सके. जब गुस्सा शांत हुआ तो शव घसीट कर पास में ही सूखे बाजरे का ढेर था उसी में शव छुपा दिया और पत्थर झाड़ियों में फेंक दिया. बाद में पुलिस को सूचना मिली कि एक अज्ञात महिला का शव पड़ा है.

पुलिस के लिए चुनौती और ‘टैटू’ बना सुराग

जब पुलिस को अज्ञात महिला का शव मिला, तो चेहरा पूरी तरह विकृत होने के कारण पहचान असंभव थी. लेकिन लक्ष्मी के हाथों पर बने टैटू ही उसकी आखिरी आवाज बन गए. पुलिस ने देखा कि एक हाथ पर ‘P & L’ और दूसरे पर ‘G & L’ लिखा है. इसी सुराग को पकड़कर पुलिस ने गुमशुदा महिलाओं का रिकॉर्ड खंगाला और लक्ष्मी मिश्रा तक पहुंच गई.

पुलिस ने जब प्रदीप मिश्रा तक पहुंचने की कोशिश कि तो पता चला कि उसका फोन बंद है और वो फरार है. पुलिस ने प्रदीप मिश्रा की कुंडली खंगाली तो पता चला कि वो हिस्ट्री शीटर है और उसपर चोलापुर और चौबेपुर थानों में 307 सहित सात मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने सर्विलांस और मुखबिर तंत्र की मदद से उसे महमूदपुर से धर दबोचा.

आरोपी पति को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया

पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 और 238 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी को कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया है. एक सनकी पति की वजह से एक हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया. हालांकि, आखिर में कानून के लंबे हाथों ने हत्यारे को उसके अंजाम तक पहुंचा दिया.