अखिलेश यादव ने फिर से EC को भेजा एफिडेविट, कहा- अब वो हमें शपथपत्र दें

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप लगाए हैं. अखिलेश यादव ने दावा किया कि 18,000 हलफनामें सौंपे गए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं, अखिलेश यादव ने अब चुनाव आयोग से ही शपथपत्र की मांग कर दी है.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव (फाइल फोटो)

देश भर की तमाम विपक्षी पार्टी वोट चोरी के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग (EC) पर हमलावर है. समाजवादी पार्टी ने रविवार को दावा किया है कि यूपी से 18 हजार हलफनामे चुनाव आयोग को सौंपे गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फिर से ऐफ़िडेविट आयोग को भिजवाया है.

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वोट चोरी को लेकर सबसे पहले धावा बोला था. उन्होंने कर्नाटक चुनाव में वोटर लिस्ट में धांधली को लेकर आयोग पर सवाल उठाया था. इसपर चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से शपथपत्र देने को कहा था. इसी क्रम में अब अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को पहले दी गई ऐफ़िडेविट की रिसीविंग शेयर की है.

अखिलेश यादव ने EC से मागें शपथपत्र

अखिलेश यादव ने अपने एक्स पोस्ट पर लिखा, ‘जो चुनाव आयोग ये कह रहा है कि हमें यूपी में समाजवादी पार्टी द्वारा दिए गए ऐफ़िडेविट नहीं मिले हैं, वो हमारे शपथपत्रों की प्राप्ति के प्रमाण स्वरूप दी गयी अपने कार्यालय की पावती को देख ले.’ उन्होंने यह भी कहा कि इस बार हम चुनाव आयोग से शपथपत्र देने की मांग करते हैं.

उन्होंने लिखा, ‘इस बार हम मांग करते हैं कि चुनाव आयोग शपथपत्र दे कि ये जो डिजिटल रसीद हमको भेजी गयी है वो सही है. नहीं तो चुनाव आयोग के साथ-साथ ‘डिजिटल इंडिया’ भी शक के घेरे में आ जाएगा.’ उन्होंने एक अलग पोस्ट में चुनाव आयोग पर सपा के 18000 हलफनामे पर जवाब नहीं देने पर तंज कसा.

इन दलों का प्रजातंत्र पर विश्वास नहीं- BJP

यूपी के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने भी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इन दलों का प्रजातंत्र पर विश्वास नहीं है. जब यह दल ईवीएम से चुनाव जीतते हैं तो मशीन उन्हें ईमानदार लगती है, लेकिन हारने पर यही लोग उस पर सवाल उठाते हैं. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं.

दरअसल, बीते दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोप पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति उस निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता न होने के बावजूद शिकायत दर्ज करना चाहता है, तो वह केवल शपथपत्र पर एक गवाह के रूप में ऐसा कर सकता है.